खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने से बढ़ेगी किसानों की आमदनी, शिवराज सिंह चौहान ने समझाया पूरा गणित

देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार के खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले से किसानों को लाभ होगा. उनकी आमदनी बढ़ेगी. सरकार ने प्याज और चावल पर भी निर्यात शुल्क घटाया है.

सरकार ने बढ़ाया खाद्य तेलों पर आयात शुल्क Image Credit: K Asif/IT Group via Getty Images

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने खाने वाले तेलों यानी कुकिंग ऑयल पर आयात शुल्क लगाने का फैसला किया है. इससे किसानों को फायदा होगा. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने तिलहन की फसलों पर 20 फीसदी आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है, जिससे तिलहन की खेती करने वाले किसानों की आमदनी में इजाफा होगा. वो अपनी फसलों को अच्छे दाम में बेच पाएंगे.

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा “हमारा लक्ष्य है कि किसानों को उनकी मेहनत के हिसाब से पैसा मिले. खासकर के सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को. उन्होंने कहा कि इस समय हम अपनी जरूरत के हिसाब से खाद्य तेल मंगा रहे हैं और उस पर जीरो फीसदी का आयात शुल्क है. आयात शुल्क न होने पर तेल कम कीमत में मिल जा रहे हैं, जिससे सोयाबीन के दामों में भारी गिरावट हुई है.” उन्होंने कहा कि हम खाने वाले तेलों पर आयात शुल्क 20 फीसदी बढ़ा रहे हैं, जो कि सेस लगने के बाद करीब 27.5 फीसदी हो जाएगा. इससे देश में सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को फायदा होगा. क्योंकि आयात शुल्क बढ़ने से सोयाबीन के तेल के दामों में बढ़ोतरी होगी.

प्याज पर घटाया गया निर्यात शुल्क- केंद्रीय कृषि मंत्री

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने प्याज पर निर्यात शुल्क 40 फीसदी से घटाकर 20 फीसदी करने का फैसला किया है. इसके अलावा बासमती चावल पर भी निर्यात शुल्क समाप्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि इन फैसलों से किसानों को सोयाबीन के साथ-साथ चावल और प्याज के अच्छे दाम मिलेंगे. इसके साथ ही कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि मंत्रालय ने मध्यप्रदेश सरकार के एमएसपी पर सोयाबीन खरीदने के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है.