श्रीराम फाइनेंस का ग्रीन फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च,4 साल में 5,000 करोड़ के AUM का टारगेट
श्रीराम फाइनेंस ने "श्रीराम ग्रीन फाइनेंस" प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य 3-4 वर्षों में ₹5,000 करोड़ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) हासिल करना है. कंपनी ने बताया कि वह पिछले दो साल से इलेक्ट्रिक वाहनों और रूफटॉप सोलर सिस्टम को फाइनेंस कर रही है.
श्रीराम फाइनेंस ने हाल ही में अपना ग्रीन फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म “श्रीराम ग्रीन फाइनेंस” लॉन्च किया. कंपनी का उद्देश्य अगले 3-4 वर्षों में ₹5,000 करोड़ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) हासिल करना है. वर्तमान में, कंपनी के पास ग्रीन फाइनेंस बुक करीब ₹700 करोड़ है. कंपनी का मानना है कि इस पहल से देश में वैकल्पिक ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा, जिससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि वित्तीय सहायता प्राप्त करने वालों को भी कर्ज प्राप्त करने में आसानी होगी.
मुख्य बाजार पर ध्यान
श्रीराम फाइनेंस के MD और CEO श्री य. एस. चक्रवर्ती ने बताया कि कंपनी की ग्रीन फाइनेंसिंग पहल दिल्ली-एनसीआर, कर्नाटका, केरल और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख बाजारों में शुरू की जाएगी.
क्यों लिया गया ग्रीन फाइनेंसिंग का निर्णय?
श्रीराम फाइनेंस पिछले दो सालों से इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) और रूफटॉप सोलर सिस्टम को फाइनेंस कर रही है. कंपनी ने देखा कि वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, और इसके लिए संबंधित तकनीकी जानकारी और समझ जरूरी हो गई है. इसके लिए कंपनी ने एक स्पेशल टीम बनाई, जो इलेक्ट्रिक वाहनों, बैटरियों, चार्जिंग स्टेशनों और अन्य तकनीकी पहलुओं को समझे और इन जानकारियों के आधार पर वित्तीय निर्णय लें.
ग्रीन फाइनेंसिंग की ब्याज दरें
श्रीराम फाइनेंस के अनुसार, ग्रीन फाइनेंसिंग पर ब्याज दरें विभिन्न कैटेगरीज में अलग-अलग होंगी, जिनमें:
- टू-व्हीलर्स: 14% से 19%
- पैसेंजर कार्स: 11% से 12%
- रूफटॉप सोलर पैनल्स: 14% से 15%
बैंकों से साझेदारी
श्रीराम फाइनेंस विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैंकों के साथ मिलकर काम कर रही है. हाल ही में, कंपनी ने $1.27 बिलियन का फंड जुटाया, जिसमें IFC (International Finance Corporation) मुख्य निवेशक था. इसके अलावा, कंपनी भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े साझेदारों से भी बातचीत कर रही है, ताकि अपनी ग्रीन फाइनेंसिंग पहल को और आगे बढ़ा सके.