कैफे में बैठने के लिए भी अब पैसे लेगा Starbucks, 29 जनवरी से बदल जाएगी कंपनी की पॉलिसी
27 जनवरी से Starbucks अपनी नई कोड ऑफ कंडक्ट को लागू करने वाली है. इस नए नीति का मुख्य उद्देश्य स्टोर को अधिक वेलकमिंग बनाना है. हालांकि, स्टारबक्स के मुताबिक, इस तरह की पॉलिसी पहले से कई रिटेल स्टोर्स में मौजूद है.
ग्लोबल कॉफी कंपनी स्टारबक्स ने अपनी नीति में कुछ बदलाव किया जिसके बाद अब ग्राहक बगैर कुछ खरीदे कैफे से एग्जिट नहीं कर सकते हैं. समझ नहीं आया? समझाते हैं, दरअसल अब तक बाकी कैफे और रेस्तरां की तरह स्टारबक्स में भी लोग जाकर बैठ जाते या बाथरूम का इस्तेमाल कर लेते थे. उन्हें उसके लिए किसी तरह की खरीदारी नहीं करनी पड़ती थी. लेकिन नए नियम के अनुसार, अब ग्राहक को कैफे में जाकर कुछ खरीदारी करनी ही होगी.
कई रिटेल स्टोर पर ये पॉलिसी लागू
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 27 जनवरी से Starbucks अपनी नई कोड ऑफ कंडक्ट को लागू करने वाली है. इस नए नीति का मुख्य उद्देश्य स्टोर को अधिक वेलकमिंग बनाना है. हालांकि, स्टारबक्स के मुताबिक, इस तरह की पॉलिसी पहले से कई रिटेल स्टोर्स में मौजूद है. कंपनी के प्रवक्ता JC Anderson ने कहा, ऐसी पॉलिसी पहले से कई रिटेल स्टोर्स में मौजूद है. यह एक व्यवहारिक कदम है जो हमें अपने भुगतान करने वाले ग्राहकों को प्राथमिकता देने में मदद करता है.
नए पॉलिसी में क्या है शामिल
स्टारबक्स की नई पॉलिसी में कर्मचारियों के ट्रेनिंग से लेकर ग्राहकों से होने वाले व्यवहार तक में तब्दीली की गई है. हालांकि स्टारबक्स का यह नियम ग्लोबल स्तर पर नहीं है बल्कि नॉर्थ अमेरिका के स्टोर के आस-पास के लिए है. इसके साथ ही भेदभाव या उत्पीड़न, बाहरी शराब का सेवन, धूम्रपान, वेपिंग पर भी प्रतिबंध लगाएगा.
इस पॉलिसी को 27 जनवरी से लागू होगी. इसे जगह-जगह पर फिलहाल शुरू किया जाएगा. मैजूदा समय में मई 2024 तक, टाटा और स्टारबक्स के जॉइन्ट वेंचर तक, भारत के 61 शहरों में कंपनी के 421 कैफे हैं. कंपनी का मानना है कि 2028 तक वह भारत में स्टारबक्स के 1000 से अधिक स्टोर खोलेंगे.