SBI और HDFC Bank में कितना है अंतर, जानें किसके पास कितनी दौलत
देश के दो बड़े बैंकोें में से एक SBI और दूसरा HDFC Bank हैं. आइए जानते हैं आखिर भारत के बड़े बैंकों की सूची में इन दोनों बैंकों का नाम कैसे आया. आखिर इनकी फाइनेंसेस कैसी हैं. इनके ब्रांच कितने है. मार्केट कैप के आधार पर कौन आगे है.
State Bank of India and HDFC Bank: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और HDFC Bank देश के दो शीर्ष बैंक हैं. लेकिन हम इस नतीजे पर पहुंचे कैसे? आज हम इन दोनों बैंकों की तुलना उनके फाइनेंस के आधार पर करेंगे. इसमें उनके मार्केट कैप से लेकर उनके ब्रांच की संख्या, लोन, प्रॉफिट जैसे तमाम बिंदुओं की बात होगी.
दोनों बैंकों के वित्त वर्ष की रिपोर्ट के आधार पर हम उनकी तुलना करेंगे. गुरुवार, 22 जनवरी को HDFC ने वित्त वर्ष 2024-25 के तीसरी तिमाही का नतीजा जारी किया है. हालांकि SBI के तीसरे तिमाही के नतीजे फिलहाल जारी नहीं हुए हैं इसलिए हम दूसरी तिमाही नतीजे यानी सितंबर में जारी नतीजे के आधार पर ये जानकारी देंगे.
SBI और HDFC Bank के कितने ब्रांच?
शुरुआत, इन बैंकों के देश भर में मौजूद ब्रांच की संख्या से. HDFC Bank के पास देशभर में कुल 9,143 ब्रांच हैं. पिछली तिमाही नतीजों की तुलना में बैंक ने 51 नए ब्रांच खोले हैं. वहीं बात SBI की करें तो सितंबर तिमाही नतीजों के मुताबिक उसके पास देशभर में कुल 22,640 ब्रांच हैं.
मार्केट कैप में SBI या HDFC Bank आगे?
HDFC Bank का मार्केट कैप SBI से तकरीबन दोगुना ज्यादा है. 22 जनवरी को HDFC Bank का मार्केट कैप 12,55,662 करोड़ रुपये दर्ज किया गया वहीं SBI का मार्केट कैप 6,77,379 करोड़ रुपये रिकॉर्ड किया गया.
डिपॉजिट
एसबीआई को वित्त वर्ष 24 के दूसरी तिमाही में 51 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट मिला है. साल दर साल के आधार पर इसमें तकरीबन 19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. वहीं तीसरी तिमाही में HDFC Bank के पास कुल 3.36 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट मिला है. साल दर के आधार पर इसमें 15.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
लोन देने में कौन आगे?
SBI की दूसरी तिमाही के नतीजों के आधार पर बैंक के लोन में भी बढ़ोतरी आई. साल दर साल के आधार पर बैंक ने दूसरे तिमाही में 39 लाख करोड़ रुपये का लोन यानी एडवांस दिया है. वहीं HDFC Bank ने साल दर साल के आधार पर 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए तीसरे तिमाही में कुल 26,27,600 करोड़ रुपये का लोन दिया है.
प्रॉफिट
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में SBI का नेट प्रॉफिट 18,331 करोड़ रुपये रहा. वहीं HDFC का नेट प्रॉफिट 16,700 रिकॉर्ड किया गया.
NPA के मोर्चे पर कौन है आगे?
नॉन परफॉर्मिंग एसेट (NPA) के मोर्चे पर एसबीआई के नेट एनपीए में 11 बेसिस पॉइन्ट्स की मामूली गिरावट आई. साल दर साल के आधार पर वित्त वर्ष 24 का नेट NPA 0.64 था और वित्त वर्ष 25 के दूसरे तिमाही में वह घटकर 0.53 हो गया. वहीं ग्रॉस एनपीए 2.13 फीसदी रहा. HDFC Bank का ग्रॉस एनपीए दिसंबर 2024 में 1.4 फीसदी था. वहीं नेट एनपीए में 1 बेसिस पॉइन्ट की बढ़ोतरी हुई जिसके बाद वह सितंबर तिमाही के नतीजे (0.4 फीसदी) से बढ़कर दिसंबर तिमाही के नतीजों तक 0.5 फीसदी हो गया.