Zomato और Swiggy में चल रही गजब की रेस, जानें किसने कहां मारी बाजी
Swiggy ने 5 फरवरी को दिसंबर तिमाही के रिजल्ट घोषित किए, जिसमें उसका नेट लॉस और EBITDA पिछले साल से बढ़ा है.Swiggy के ऑपरेशंस से होने वाली रेवेन्यू में 31 फीसदी की साल-दर-साल बढ़ोतरी हुई है. वहीं Swiggy का मार्केट कैप 89,464 करोड़ रुपये है.
फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स एग्रीगेटर्स, Zomato और Swiggy के बीच कंपटिशन लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि दोनों कंपनियां इन सेगमेंट में अपना दबदबा बनाने की कोशिश कर रही हैं. अगर Swiggy की तुलना Zomato से करें तो दो बातें सामने आती हैं. पहली, इसका क्विक कॉमर्स बिजनेस Zomato से पीछे रह गया है, जबकि इसके फूड डिलीवरी बिजनेस ने Zomato से बेहतर प्रदर्शन किया है.
Swiggy और Zomato में किसने मारी बाजी
पैरामीटर | Swiggy | Zomato |
नेट प्रॉफिट/लॉस | Q3FY25 में नेट लॉस ₹799 करोड़ | Q3FY25 में नेट प्रॉफिट ₹59 करोड़ |
रेवेन्यू ग्रोथ | ऑपरेशंस से होने वाली रेवेन्यू में 31% की साल-दर-साल बढ़ोतरी (₹3,993 करोड़) | ऑपरेशंस से होने वाली रेवेन्यू में 64% की साल-दर-साल बढ़ोतरी (₹5,404 करोड़) |
मार्केट कैप | ₹89,464 करोड़ | 2,23,453 करोड़ |
क्विक कॉमर्स | Blinkit की ऑर्डर वैल्यू 663 रुपये | Instamart 487 रुपये |
कैश बैलेंस
Swiggy | Zomato | |
B2C GOV | +38% | +57% |
फूड डिलीवरी | +19.2% | +17% |
क्विक कॉमर्स | +88.1% | +120% |
कैश बैलेंस | 19,235 करोड़ रुपये | 8,183 करोड़ रुपये |
Swiggy ने तैयार किया रोडमैप
Swiggy ने 5 फरवरी को दिसंबर तिमाही के रिजल्ट घोषित किए, जिसमें उसका नेट लॉस और EBITDA पिछले साल से बढ़ा है. क्विक कॉमर्स बिजनेस का रेवेन्यू पिछले साल से दोगुने से भी ज्यादा हो गया, लेकिन यह घाटे में रहा. Swiggy के मैनेजमेंट ने सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए एक रोडमैप तैयार किया है, जिसमें मीडियम टर्म में फूड डिलीवरी GOV का टारगेट 18-22 फीसदी है. वहीं, मीडियम टर्म में फूड डिलीवरी मार्जिन टारगेट 5 फीसदी रखा गया है.
Blinkit को घाटा
तीसरी तिमाही के बाद Zomato को शॉर्ट-टर्म चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इसमें सुधार की उम्मीद है. Blinkit का घाटा निकट भविष्य में जारी रहेगा. साथ ही, कमजोर कंज्यूमर सेंटिमेंट के कारण फूड डिलीवरी रेवेन्यू में बढ़ोतरी धीमी हो गई है. फूड डिलीवरी EBITDA मार्जिन अगली कुछ तिमाहियों में 5 फीसदी से ऊपर जा सकता है और बना रह सकता है.
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Swiggy vs Zomato: स्टॉक परफॉर्मेंस
Swiggy के शेयरों में गिरावट आई है. Zomato के तीसरी तिमाही के रिजल्ट के बाद से यह 13 फीसदी नीचे आ गया है और अपने पीक से 32 फीसदी नीचे है. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म Macquarie ने Swiggy को ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग दी है, जिसका टारगेट प्राइस 325 रुपये प्रति शेयर है. ब्रोकरेज ने कहा कि उसे क्विक कॉमर्स सेगमेंट में चुनौतीपूर्ण इकोनॉमिक्स, फूड डिलीवरी बिजनेस में धीमी बढ़ोतरी और बढ़े हुए वैल्यूएशन दिखाई दे रहे हैं.
Macquarie, Swiggy की तुलना में Zomato को प्राथमिकता देना जारी रखता है. Zomato Limited के शेयर गुरुवार, 6 फरवरी को 0.22 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि Swiggy के शेयरों में 5.49 फीसदी की गिरावट आई.
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