Pegatron में बड़ी हिस्‍सेदारी लेगी टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स, CCI की मिली मंजूरी

टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ा कदम उठाते हुए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने CCI से Pegatron इंडिया में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी हासिल कर ली है. यह डील भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग और स्मार्टफोन सेक्टर पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है.

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का बड़ा कदम Image Credit: Getty image

भारत में टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अपनी मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश में जुटे टाटा ग्रुप ने एक और बड़ा कदम उठाया है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत वह Apple के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर पेगाट्रॉन इंडिया में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदेगी. यह कदम भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के क्षेत्र में टाटा ग्रुप की उपस्थिति को और मजबूत करेगा.

टाटा सन्स की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) ने पेगाट्रॉन इंडिया में बहुलांश हिस्सेदारी दो चरणों में खरीदने का प्रस्ताव रखा है. CCI के अनुसार, यह सौदा भारतीय स्मार्टफोन प्रोडक्शन सेक्टर में कंपटीशन को बढ़ावा देगा.

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का विस्तार

TEPL अपने सहयोगी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स सॉल्यूशन्स के जरिए स्मार्टफोन प्रोडक्शन सर्विस देती है. कंपनी ने पहले नवंबर 2023 में ताइवानी कंपनी विस्ट्रॉन के बेंगलुरु स्थित iPhone यूनिट को 125 मिलियन अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहित किया था. इस नए समझौते के तहत, TEL कंपोनेंट्स के व्यापार को पेगाट्रॉन इंडिया को स्थानांतरित किया जाएगा. यह स्थानांतरण टाटा ग्रुप की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को और बढ़ावा देगा.

पेगाट्रॉन कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी पेगाट्रॉन इंडिया स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग सेवाओं में माहिर है. यह भारत में बने प्रोडक्टस् को उत्तरी अमेरिका, एशिया और यूरोप के बाजारों में निर्यात करता है.

भारतीय बाजार में टाटा की मजबूती

इस अधिग्रहण के जरिए टाटा ग्रुप Apple जैसे बड़े ब्रांड्स के लिए अधिक प्रोडक्शन कैपेसिटी जुटाएगा. इससे भारतीय बाजार में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होने की संभावना है. इस लेन-देन से जुड़े सभी पहलू CCI के नियमानुसार तय किए गए हैं, जो बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को सुनिश्चित करता है.

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बढ़ती मांग के बीच भारत में पेगाट्रॉन ने की एंट्री

ऐप्पल ने अगले दो साल यानी साल 2027 तक 50 फीसदी iPhone का विनिर्माण भारत में शिफ्ट करने की योजना बनाई है. बता दें, साल 2017 से भारत आईफोन की असेंबलिंग कारोबार से जुड़ा हुआ है. यह काम भारत में बने विस्ट्रॉन के प्लांट में हुआ करता था. बढ़ती मांग के साथ फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन जैसे ऐपल के सप्लायर ने भी भारत में अपना प्लांट लगाया.