टेमासेक को भाया हल्दीराम्स के बिजनेस का स्वाद, 100 करोड़ डॉलर में खरीदी 10 फीसदी हिस्सेदारी
सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक ने भारत की प्रमुख स्नैक्स निर्माता हल्दीराम्स के स्नैक्स व्यवसाय में 100 करोड़ डॉलर में 10% हिस्सेदारी खरीदने का सौदा किया है. इस सौदे के हिसाब से अब हल्दीराम्स का वैल्युएशन 1,000 करोड़ डॉलर यानी करीब 87 हजार करोड़ रुपये हो गया है.

दुनियाभर के बड़े निवेशकों की निगाहें इन दिनों भारत की स्नैक्स इंडस्ट्री पर हैं. इस इंडस्ट्री के सबसे प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल हल्दीराम्स ने सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक के साथ एक सौदा किया है. इस सौदे के तहत हल्दीराम्स की तरफ से 100 करोड़ डॉलर यानी करीब 8700 करोड़ रुपये में कंपनी की 10 फीसदी हिस्सेदारी टेमासेक को बेची गई है.
पिछले वर्ष ब्लैकस्टोन से हुई बातचीत
पिछले वर्ष ब्लैकस्टोन ने 40,000 करोड़ रुपये में हल्दीराम्स की 75% हिस्सेदारी खरीदने का प्रस्ताव रखा. हलांकि, इस सौदे पर बात नहीं बनी, जिसके बाद ब्लैकस्टोन ने 800 करोड़ वैल्युएशन के हिसाब से हल्दीराम्स में 20% हिस्सेदारी के लिए लगभग 160 करोड़ डॉलर के भुगतान का प्रस्ताव रखा, लेकिन आखिर में बात नहीं बनी.
टेमासेक के साथ लंबी चली बातचीत
हल्दीराम्स और टेमासेक के बीच महीनों की बातचीत के बाद सौदा हुआ है. यह सौदा टेमासेक की भारत के तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की रणनीति को दर्शाता है. टेमासेक के लिए हल्दीराम्स एक अहम एसेट साबित हो सकता है, खासतौर पर भारत के खाद्य और पेय उद्योग में वैश्विक निवेशकों की बढ़ती रुचि इस निवेश पर अच्छा रिटर्न दे सकता है.
IPO ला सकती है हल्दीराम्स
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन्वेस्टमेंट बैंकर्स का कहना है कि हल्दीराम्स के प्रमोटर अगले साल आईपीओ लाने पर विचार कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य भारत के तेजी से बढ़ते शेयर बाजार से लाभ उठाना है. अगर आईपीओ लाया जाता है, तो इससे हल्दीराम्स की वित्तीय स्थिति और बाजार पहुंच दोनों इजाफा हो सकता है.
8 दशक से ज्यादा पुरानी हल्दीराम्स
हल्दीराम्स की स्थापना 1937 में राजस्थान के बीकानेर में हुई थी. भारत के 6.2 अरब डॉलर के नमकीन स्नैक्स बाजार में फिलहाल हल्दीराम्स करीब 13% की हिस्सेदारी रखती है. कंपनी के उत्पादों में भुजिया जैसे लोकप्रिय स्नैक्स शामिल हैं, जो भारत सहित दुनियाभर में खूब पसंद किए जाते हैं.
यहां भी है टेमासेक का निवेश
टेमासेक की रुचि भारत में उपभोक्ता क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है. हल्दीराम्स से पहले टेमासेक ने मणिपाल अस्पतालों और केएफसी और पिज्जा हट की ऑपरेटर कंपनी देवयानी इंटरनेशनल में भी निवेश किया है. फिलहाल, इस सौदे से हल्दीराम्स को अपने संचालन का विस्तार करने और नए उत्पादों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
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