भारत के इस शहर में खुलेगा टेस्ला का पहला शोरूम, जानें एक साल के लिए कितना चुकाएगी किराया
Tesla India Showroom: अब जल्द ही टेस्ला की कारें भारतीय बाजार में नजर आएंगी. कंपनी ने अपना पहला शेरूम खोलने की तैयारी कर ली है. . कंपनी भारत में इंपोर्ट की गई कारों को बेचने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. टेस्ला लंबे समय से भारतीय बाजार में प्रवेश करने का प्रयास कर रही है.
Tesla India Showroom: अमेरिका बेस्ड इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरर टेस्ला ने भारत में अपना पहला शोरूम खोलने के लिए लीज़ डील साइन कर ली है. इस लीज डील के बाद भारतीय बाजार में टेस्ला की एंट्री की प्लान में तेजी आएगी. एलन मस्क के नेतृत्व वाली कार निर्माता ने भारत की फाइनेंशियल राजधानी मुंबई में अपना शोरूम खोलने के लिए पांच साल की लीज़ डील पर साइन किए हैं. कंपनी भारत में इंपोर्ट की गई कारों को बेचने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. रजिस्ट्रेशन के डॉक्यूमेंट्स के हवाले से रायटर्स ने यह जानकारी दी है. हालांकि, टेस्ला की तरफ से इस संबंध में आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं गया है.
कितना है किराया?
रिपोर्ट के अनुसार, रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि कंपनी ने 16 फरवरी 2025 से पांच साल की अवधि के लिए लीज पर साइन किए हैं. पहले साल में कंपनी 4,003 वर्ग फीट (372 वर्ग मीटर) जगह के लिए लगभग 4,46,000 डॉलर (भारतीय रुपये में लगभग 3.87 करोड़ रुपये) का किराया देगी, जो लगभग एक बास्केटबॉल कोर्ट के आकार का है.
एनालिटिक्स फर्म सीआरई मैट्रिक्स द्वारा रॉयटर्स को उपलब्ध कराए गए रजिस्टर्ड दस्तावेज के अनुसार, हर साल शोरूम का किराया 5 फीसदी बढ़कर पांचवें वर्ष में लगभग 5,42,000 डॉलर (भारतीय रुपये में लगभग 4.70 करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगा.
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कहां खुलेगा शोरूम
अखबारों के मुताबिक, शोरूम शहर के हवाई अड्डे के पास बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के बिजनेस और रिटेल में मेकर मैक्सिटी बिल्डिंग में स्थित होगा. पिछले महीने रॉयटर्स ने बताया कि टेस्ला ने अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कुछ दिनों बाद नई दिल्ली और मुंबई में दो शोरूम के लिए स्थानों का चयन किया है.
लंबे समय से भारतीय बाजार में एंट्री की कोशिश
टेस्ला लंबे समय से भारतीय बाजार में प्रवेश करने का प्रयास कर रही है. कैलिफोर्निया बेस्ड ईवी कार निर्माता ने 2022 में भी देश में खुद को स्थापित करने की कोशिश की थी, लेकिन कुछ नियामक बाधाओं, हाई इंपोर्ट शुल्क और इंफ्रास्ट्रक्चर की चुनौतियों के कारण इसे अपनी महत्वाकांक्षी योजना में देरी करनी पड़ी. हालांकि, इन सभी मुश्किलों को पार करने के बाद, टेस्ला ने पिछले साल भारत में एंट्री के लिए तेजी से अपने प्लान पर काम किए हैं.