हल्दीराम में निवेश को लेकर बेचैन है ये दिग्गज कंपनी, 75% के जगह अब 20% फीसदी पर तैयार
ब्लैकस्टोन ने भारत की हल्दीराम के Snacks बिजनेस में majority stake खरीदने का प्लान छोड़ दिया है. अब उसका अगला प्लान 8 अरब डॉलर के इवेल्यूशन पर 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का है. जानिए क्या हो पाएगी डील.
ब्लैकस्टोन ने भारत की हल्दीराम के Snacks बिजनेस में majority stake खरीदने का प्लान छोड़ दिया है. अब उसका अगला प्लान 8 अरब डॉलर के वैल्युएशन पर 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का है. यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल का अनुमान है कि भारत में हल्दीराम 6.2 अरब डॉलर के नमकीन (Snacks) बाजार में हिस्सेदारी लगभग 13 फीसदी है. वहीं कंपनी के 150 से अधिक रेस्टोरेंट भी हैं. हालांकि कई विदेशी निवेशक इसके Snacks बिजनेस में निवेश करना चाहता है.
ब्लैक स्टोन इस बिजनेस में 75 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने में उत्सुक था, लेकिन यह बात आगे नहीं बढ़ सकी. हल्दीराम ने कहा कि वह अब बड़ी हिस्सेदारी बेचने के लिए इच्छुक नहीं है. रिपोर्ट के अनुसार ब्लैक स्टोन इस डील को हर हाल में पूरा करने के लिए उत्सुक है. कंपनी अब 75% के जगह अब 20% फीसदी पर ही डील करने को तैयार है. उसने इसमें काफी प्रयास भी किया था. हल्दीराम Snacks बिजनेस का मूल्यांकन 12 अरब डॉलर करना चाहता है. वहीं ब्लैकस्टोन 8 अरब डॉलर पर डील को पक्का करना चाहता है.
इन दो विदेशी कंपनी की भी नजर
ET के मुताबिक हल्दीराम के Chief Executive कृष्ण कुमार चुटानी और ब्लैकस्टोन ने इस मामले पर कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है. कंपनी में हिस्सेदारी के लिए दो और कंपनियां भी दौड़ में हैं. पहली सिंगापुर की सरकारी निवेशक कंपनी टेमासेक और दूसरी अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) है.
क्या-क्या बनाती है कंपनी?
रिपोर्ट के अनुसार टाटा ग्रुप भी स्नैक्स और रेस्तरां कारोबार में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए हल्दीराम के साथ बातचीत कर रहा है. हल्दीराम 10 बिलियन डॉलर चाह रहा था. यही वजह है कि टाटा ग्रुप के साथ कोई सौदा नहीं हो पाया. हल्दीराम की शुरुआत साल 1937 में राजस्थान के बीकानेर शहर में एक छोटी सी दुकान से हुई थी. कंपनी स्नैक्स, मसालों से बना एक कुरकुरा आदि बेचता है.