520 फीसदी रिटर्न का झांसा देकर इस जूलरी कंपनी ने किया करोड़ों का खेल?
मुंबई में एक प्रतिष्ठित ज्वेलरी कंपनी पर निवेशकों के करोड़ो रुपये हड़पने का इल्जाम लगा है. आरोप में कहा गया है कि कंपनी ने हजारों निवेशकों को भारी रिटर्न का झांसा दिया लेकिन अचानक सबकुछ बदल गया. अब सबकी नजरें इस मामले की जांच पर हैं.
मुंबई की प्रतिष्ठित कंपनी टोरेस ज्वेलर्स आरोपों के सागर में डूब गई. टोरेस ज्वेलर्स पर निवेशकों के 13.48 करोड़ रुपये हड़पने का गंभीर आरोप लगा है. भरोसे के नाम पर शुरू हुई इस कहानी ने उस समय नया मोड़ लिया, जब नरीमन पॉइंट के एक साधारण सब्जी विक्रेता ने शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई. यह मामला जैसे ही सार्वजनिक हुआ, निवेशकों में हड़कंप मच गया और सैकड़ों लोग कंपनी के बंद पड़े कार्यालय के बाहर जवाब मांगने जुट गए. निवेशकों ने सोमवार को यह जानने के बाद हड़कंप मचाया कि कंपनी ने अचानक अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं.
कैसे हुआ घोटाला?
प्लैटिनम हरेन प्राइवेट लिमिटेड के तहत संचालित कंपनी टोरेस ज्वेलर्स ने फरवरी 2024 में निवेश योजनाएं शुरू की थीं. इन योजनाओं में मूसनाइट स्टोन्स पर 6 प्रतिशत साप्ताहिक रिटर्न और अन्य आकर्षक रिटर्न का वादा किया गया था.
इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने सोने, चांदी और मूसनाइट स्टोन्स पर निवेशकों को सालाना 48 प्रतिशत, 96 प्रतिशत और 520 प्रतिशत रिटर्न का प्रलोभन दिया. निवेशकों को मूसनाइट में निवेश करने पर जोर दिया गया क्योंकि इस पर 8 से 11 प्रतिशत साप्ताहिक रिटर्न दिया जा रहा था. इसके अलावा, 1 लाख रुपये के निवेश पर पेंडेंट पर 10,000 रुपये की छूट का भी ऑफर दिया गया. लेकिन दो हफ्ते पहले भुगतान अचानक बंद हो गया, जिससे निवेशकों में दहशत फैल गई.
कंपनी ने शुरु में किया भुगतान
टोरेस ज्वेलर्स की आकर्षक योजनाओं ने हजारों निवेशकों को अपनी ओर खींचा. रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआत में कंपनी ने समय पर भुगतान कर विश्वास अर्जित किया लेकिन 30 दिसंबर 2024 के बाद सभी भुगतान रुक गए और कंपनी के साथ संपर्क करना मुश्किल हो गया.
शिकायतकर्ता प्रदीप कुमार ममराज वैश्या ने आरोप लगाया कि यह घोटाला 21 जून 2024 से 30 दिसंबर 2024 के बीच हुआ.
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कंपनी का बचाव
ET की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्लैटिनम हरेन प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्टर्ड ऑफिस गिरगांव के ओपेरा हाउस बिल्डिंग में स्थित है. कंपनी ने अपने सीईओ और अन्य कर्मचारियों पर टोरेस के एक स्टोर में चोरी का आरोप लगाया है. रिपोर्ट के अनुसार, इसके सूचीबद्ध निदेशक इमरान जावेद, सर्वेश सुर्वे और ओलेना स्टाइन सभी एक ही कंपनी के पते को साझा करते हैं. कंपनी ने दावा किया है कि उनके पास सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें यह दिखाया गया है कि ये लोग कंपनी को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं.हालांकि पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है और निवेशकों को अपने पैसे की वापसी की उम्मीद है.