WITT 2025: ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी पर जोर, 2029 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का लक्ष्य; शोएब अली की इंजीनियरों से खास अपील

TV9 What India Thinks Today 2025 के तीसरे संस्करण में ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी पर चर्चा हुई. डेनफॉस इंडिया की अंजू मैरी कुरुविला ने बताया कि कंपनी 2029 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है. अशोक लीलैंड के आलोक वर्मा ने ई-मोबिलिटी और ग्रीन प्रोडक्शन पर जोर दिया. मोहम्मद शोएब अली ने ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए इंजीनियरों को इनोवेशन पर ध्यान देने की अपील की.

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टीवी9 नेटवर्क के What India Think Today 2025 के तीसरे संस्करण का आयोजन दिल्ली के भारत मंडपम में किया गया. दो दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन भारत के कई दिग्गजों ने ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी के बीच संतुलन पर विस्तार से चर्चा की. डेनफॉस इंडिया की इंडस्ट्री अफेयर्स और सस्टेनेबिलिटी की डायरेक्टर, अंजू मैरी कुरुविला ने अहम जानकारी साझा करते हुए कहा कि 90 साल पुरानी डेनमार्क की कंपनी डेनफॉस ने 2029 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का लक्ष्य रखा है, जो कि डेनमार्क के राष्ट्रीय लक्ष्य (2030) से एक साल पहले है. उन्होंने कहा कि हमारे डेनफॉस कैंपस (यूरोप) ने दिसंबर 2022 में कार्बन न्यूट्रल स्टेटस हासिल कर लिया है और हमारा चेन्नई कैंपस पहले ही 90 फीसदी कार्बन न्यूट्रल हो चुका है.

कुरुविला ने बताया कि डेनफॉस ने तीन प्रमुख क्षेत्रों- डिकार्बोनाइजेशन, सर्कुलैरिटी और विविधता-समानता-समावेशन पर फोकस कर यह उपलब्धि हासिल की. उन्होंने कहा कि हमने एक आसान मंत्र RRR (Reduce, Reuse, Resource) को अपनाया. यानी ऊर्जा खपत को कम किया, दोबारा इस्तेमाल को प्राथमिकता दी और संसाधनों का सही उपयोग किया. उन्होंने कहा कि डेनफॉस ने अपने उत्पादन को ऊर्जा खपत से अलग किया और कंजम्पशन को घटाया. जहां संभव था, वहां रियूज, सेक्टर इंटीग्रेशन और वेस्ट हीट रिकवरी पर ध्यान दिया गया. साथ ही जहां यह संभव नहीं था, वहां पावर पर्चेज एग्रीमेंट्स के जरिए स्वच्छ ऊर्जा खरीदी गई.

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क्या बोले अशोक लीलैंड के सीनियर वीपी

अशोक लीलैंड के सीनियर वीपी और कॉरपोरेट स्ट्रैटजी एवं ESG प्रमुख, आलोक वर्मा ने कार्यक्रम में टीवी9 नेटवर्क से बात करते हुए कहा कि उनकी कंपनी सस्टेनेबिलिटी की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. कंपनी न सिर्फ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (ई-वाहनों) को बढ़ावा दे रही है, बल्कि अपने उत्पादन प्रक्रियाओं को भी पर्यावरण के अनुकूल बना रही है.

शोएब अली की इंजीनियरों से अपील

वहीं, ट्रांजिशन वेंचर कैपिटल के संस्थापक और प्रबंध साझेदार मोहम्मद शोएब अली ने ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए वित्तीय सहायता की चुनौतियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ग्रीन पहल को आगे बढ़ाने के लिए फंड उपलब्ध हैं, लेकिन असली कमी तकनीकी विकास में है. उन्होंने इंजीनियरों से इस दिशा में अधिक ध्यान देने की अपील की.

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