UPI-नेट बैंकिंग से जुड़े फ्रॉड बढ़े: इन कॉमन तरीकों से होती है ठगी, जान लेंगे तो बच जाएंगे

ऐसे कई कॉमन तरीके हैं जिनसे ठगी होती है जिसमें धोखा देने वालों को ज्यादा मेहनत भी नहीं करना पड़ती. आपको लगेगा आप स्मार्ट हैं लेकिन स्कैमर ऐसी चाल चलते हैं कि स्मार्टनेस धरी की धरी रह जाती है.

UPI-नेट बैंकिंग से जुड़े फ्रॉड बढ़े: इन कॉमन तरीकों से होती है ठगी, जान लेंगे तो बच जाएंगे Image Credit: Photo: Malte Mueller/fStop/Getty Images

दिल्ली में डिजिटल पेमेंट, इंटरनेट बैंकिंग और फ्रॉड कॉल के चलते धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं. दिल्ली पुलिस ने आंकड़े जारी कर बताया है कि इस साल जून तक 25,924 UPI से जुड़ी शिकायतें मिली हैं, 5,312 इंटरनेट बैंकिंग और 5,486 फ्रॉड कॉल्स को लेकर शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (NCRP) पर की गईं हैं.

धोखाधड़ी का शिकार हो रहे लोग

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, UPI से जुड़े फ्रॉड कई तरीकों से किए जा रहे हैं, सबसे कॉमन तरीके में फर्जी स्कैनर भेज कर पैसा मांगना शामिल है.

स्कैमर सबसे पहले पीड़ित को फोन करता है और फिर उन्हें एडिटेड यूपीआई ट्रांजेक्शन की इमेज भेजता है और कहता है कि उसने गलती से आपको पैसे भेज दिए हैं फिर वो आपसे पैसे वापस करने के लिए बोलता है जो पैसे उसने भेजे ही नहीं.

स्कैमर आपको पुलिस की धमकी देता है कि अगर आपने पैसे नहीं भेजे तो आपकी पुलिस में शिकायत हो जाएगी, इसी डर से जल्दबाजी में कई लोग पैसा भेज देते हैं.

स्कैमर कई बार आपको फर्जी बताता है कि फलाना पुलिस उसका दोस्त है, कई बार वो उस फर्जी पुलिस वाले से आपकी बात भी करा देता है ताकि आप डर जाए.

कुल मिलाकर स्कैमर ये सारी प्रक्रिया तेजी से करता है ताकि सामने वाले को कुछ समझने का मौका नहीं मिलता और वो ठगी का शिकार हो जाता है.

नेट बैंकिंग फ्रॉड

ऐसे फर्जीवाड़े में स्कैमर आपको मेल पर डीटेल भेजकर धमकाता है. वो मेल करता है कि आपके सिस्टम का एक्सेस अब उसके पास है, वो कुछ तकनीक से आपको आपके ई मेल का पासवर्ड बताता है ताकि आपको लगे कि वो सही कह रहा है. ऐसा दावा कर वो आपसे ठगी करता है.

कई बूढ़े लोगों को स्कैमर बैंक के कर्मचारी बनकर ठग लेते हैं. वो इतना प्रोफेशनली बात करते हैं और आपसे ओटीपी मांग कर पैसा ठग लेते हैं.

इसके अलावा आज भी ऐसे फर्जी कॉल आते हैं जिसमें आपको बताया जाता है कि आपको लॉटरी लगी है, फिर जीत के पैसे ट्रांसफर करने के नाम पर आपसे तरह-तरह की फीस वसूलने के नाम पर ठगी की जाती है.