Alembic Pharma पर USFDA का बड़ा एक्शन, सोमवार को शेयर पर पड़ेगा असर
अलेम्बिक फार्मा को USFDA से नोटिस मिला है. USFDA के नोटिस के मुताबिक कंपनी के गुजरात प्लांट में पांच प्रक्रियागत खामियां पाई गई हैं. कंपनी ने कहा कि वह समय पर विस्तृत जवाब देगी.
Alembic Pharma को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (USFDA) ने बड़ा झटका दिया है. USFDA ने गुजरात के जारोड स्थित कंपनी की सॉलिड ओरल फॉर्मूलेशन फैसिलिटी की पांच दिन जांच की गई. जांच के दौरान कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में पांच प्रक्रियात्मक कमियां पाई गयीं. USFDA ने इन कमियों के लिए कंपनी को फॉर्म 483 जारी किया है.
फार्मा कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि USFDA ने यह जांच 14 से 22 नवंबर, 2024 तक जारी रखी थी. इसके तहत USFDA ने कंपनी को पांच प्रक्रियात्मक कमियों के साथ फॉर्म 483 जारी किया. फॉर्म 483 में जांच के दौरान मिली सारी खामियों का विस्तृत विवरण और नियम उल्लंघन का जिक्र है.
USFDA को समय पर देंगे जवाब
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि वे इन खामियों पर गंभीरता से काम कर रहे हैं और तय समयसीमा के भीतर USFDA को विस्तृत जवाब देंगे. फॉर्म 483 का उद्देश्य कंपनियों को उनके काम करने के तरीके में सुधार का मौका देना है.
स्टॉक का प्रदर्शन
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार को अलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स के शेयर 1032.40 रुपए के साथ खुले जो 0.39 फीसदी के बढ़त के साथ 1,041.85 पर बंद हुए. बीते 52 हफ्तों में कंपनी के शेयरों का उच्चतम स्तर 1303.90 और न्यूनतम स्तर 710 रुपए रहा है. फिलहाल, कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 20,478 करोड़ रुपए है.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
दूसरी तिमाही (Q2FY25) में अलेम्बिक फार्मा ने 12% की वृद्धि के साथ ₹153 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा ₹133 करोड़ था. कंपनी की कुल आय भी 3% बढ़कर ₹1,648 करोड़ पर पहुंच गई, जबकि पिछले साल यह ₹1,595 करोड़ थी.
हालांकि, कंपनी का EBITDA इस तिमाही में 6% घटकर ₹218 करोड़ रहा. EBITDA मार्जिन 15.6% दर्ज किया गया, जो कि पिछले साल की तुलना में कम है.
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार का योगदान
घरेलू फॉर्मूलेशन कारोबार जो कंपनी के कुल राजस्व का 37% है, इस तिमाही में 6% बढ़कर ₹609 करोड़ पर पहुंच गया. पशु स्वास्थ्य सेगमेंट में 20% की बढ़ोतरी हुई और यह ₹118 करोड़ रहा. अमेरिकी बाजार, जो कुल राजस्व का 29% है, ने भी 6% की वृद्धि दर्ज करते हुए ₹467 करोड़ का योगदान दिया.
कंपनी ने बताया कि यह बढ़त नए प्रोडक्ट लॉन्च और मौजूदा उत्पादों में बाजार हिस्सेदारी बढ़ने के वजह से हुई है. हालांकि, USFDA का नोटिस कंपनी के लिए एक चुनौती बन सकता है जिसे दूर करने के लिए वह काम कर रही है.