कभी गांधी के चश्मे, टीपू की तलवार के साथ घूमते थे विजय माल्या, भारत के अमीर से ऐसे बने भगोड़ा
विजय माल्या का जन्म विट्ठल माल्या के परिवार में हुआ था, जो यूनाइटेड ब्रुअरीज ग्रुप के चेयरमैन थे.यूबीजी के चेयरमैन के रूप में विजय माल्या ने 2005 में किंगफिशर एयरलाइंस की शुरुआत की. माल्या की लग्जरी लाइफ और बिजनेस ठीक चल रहा था, लेकिन 2012 में हालात बिगड़ने शुरू हुए.
विजय माल्या कभी भारत के सबसे प्रमुख उद्योगपति हुआ करते थे और देश की उभरती अर्थव्यवस्था के प्रतीक थे. लेकिन आज वह फरार हैं. उनके ऊपर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग सहित भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हैं. भारत के 17 बैंकों से हजारों करोड़ रुपये लेकर वह फरार हैं. माल्या एक बिजनेस मैन, संसद सदस्य और अपनी शानदार जीवनशैली के लिए जाने जाते थे. उन्होंने भारत, अमेरिका, फ्रांस, लंदन समेत कई जगहों पर हजारों करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बनाई, लेकिन धीरे-धीरे यह संपत्ति उनके हाथ से निकलती चली गई. विजय माल्या का राइज और फॉल अपने आप में एक केस स्टडी है.
विजय माल्या का राइज
विजय माल्या का जन्म विट्ठल माल्या के परिवार में हुआ था, जो यूनाइटेड ब्रुअरीज ग्रुप के चेयरमैन थे. इस ग्रुप में डिस्टिलरी और एयरलाइंस शामिल थीं. भारत और अमेरिका में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद माल्या ने अपने पिता के व्यवसाय में कदम रखा. व्यवसाय से जुड़ते ही उन्होंने खूब तरक्की की और महज 28 साल की उम्र में चेयरमैन बन गए. माल्या ने जल्दी ही कंपनी के पोर्टफोलियो का विस्तार शुरू किया और इसे नए स्तर तक पहुंचाया.
विजय माल्या का बिजनेस
यूबीजी के चेयरमैन के रूप में विजय माल्या ने 2005 में किंगफिशर एयरलाइंस की शुरुआत की. यह एयरलाइन जल्द ही भारत की प्रमुख एयरलाइन में शामिल हो गई. माल्या का खेलों से भी नाता रहा. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम में हिस्सेदारी खरीदी. इसके अलावा, उन्होंने 2007 में फोर्स इंडिया फॉर्मूला वन टीम का अधिग्रहण किया. वह अन्य कई व्यवसायों में भी सक्रिय रहे.
विजय माल्या की संपत्ति 2006 में 1.3 बिलियन डॉलर थी, जो 2007 में बढ़कर 1.6 बिलियन डॉलर हो गई. 2012 आते-आते उनकी संपत्ति घटकर 800 मिलियन डॉलर रह गई. माल्या फिलहाल जिस यूबी समूह के मालिक हैं, उसका वैल्यू लगभग 1750 करोड़ रुपये के आसपास है.
माल्या के पास कई देशों में रियल एस्टेट प्रॉपर्टी है। इसके अलावा, उन्होंने 250 से अधिक लक्जरी और विंटेज कारें खरीदीं. माल्या को ऐतिहासिक वस्तुओं का भी काफी शौक रहा है. उन्होंने 2004 में 175,000 यूरो में टीपू सुल्तान की तलवार और 2009 में 1.8 मिलियन डॉलर में महात्मा गांधी के चश्मे खरीदे.
यह भी पढें: विजय माल्या के 26 घर, लंदन, फ्रांस, कैलिफोर्निया, बेंगलुरु तक फैला था साम्राज्य
विजय माल्या का डाउनफॉल
माल्या की लग्जरी लाइफ और बिजनेस ठीक चल रहा था, लेकिन 2012 में हालात बिगड़ने शुरू हुए. किंगफिशर एयरलाइंस को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा. एयरलाइन भारी कर्ज में थी, और माल्या इसे ऑपरेट करने में असमर्थ थे. कैश फ्लो की कमी और ऑपरेशन के लिए पैसा जुटाने में असफल होने के कारण, 2013 में एयरलाइन को बंद करना पड़ा. इस घटना के बाद माल्या को कंपनी के चेयरमैन पद से भी हटना पड़ा.
किंगफिशर एयरलाइंस के असफल होने के बावजूद माल्या की अमीरी बनी रही. लेकिन 2016 में भारतीय बैंकों ने उन्हें विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया. उन पर आरोप लगा कि उन्होंने किंगफिशर एयरलाइंस से यूनाइटेड किंगडम की अन्य कंपनियों में पैसा ट्रांसफर किया. इसके अलावा, उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने बैंकों से लिए गए कर्ज का इस्तेमाल विदेशी खातों और प्रॉपर्टी खरीदने में किया.