JioCoin और Pi Coin में क्या है अंतर, जानें कैसे मिलेगा जियो कॉइन, क्या होगी इसकी कीमत और फायदे
Reliance Jio ने अपना डिजिटल टोकन जियो कॉइन लॉन्च किया है, जो एक डिजिटल करेंसी है जो जियो के इकोसिस्टम के अंदर काम करेगा. हालांकि ये क्रिप्टो है या नहीं, ये अब तक साफ नहीं हुआ है. लेकिन फिलहाल ये माना जा रहा है कि ये Pi Coin से अलग है. इसे कैसे खरीदें, कहां मिलेगा, क्या है कीमत और इसका इस्तेमाल, यहां जानें सब कुछ.
Jio Coin: रिलायंस जियो (Reliance Jio) का अपना डिजिटल टोकन Jio Coin चर्चा में है, इसे डिजिटल टोकन इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि फिलहाल रिलायंल ने कोई आधिकारिक घोषणा कर ये नहीं बताया है कि जियो कॉइन क्रिप्टोकरेंसी है या केवल रिवॉर्ड का जरिया. लेकिन ये लॉन्च तो हो चुका है. इस बीच Pi कॉइन भी चर्चा में हैं जो एक क्रिप्टो है. लेकिन क्या जियो कॉइन पाई कॉइन से अलग है? चलिए जानते हैं जियो कॉइन कैसे कमाया जा सकता है, इसकी कीमत क्या होगी, इसका क्या इस्तेमाल किया जा सकेगा और ये है क्या?
JioCoin क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Reliance Jio फिलहाल JioCoin को डेवलप कर रहा है. फिलहाल तो यही माना जा रहा है कि यह बिटकॉइन या एथेरियम जैसी कोई क्रिप्टोकरेंसी नहीं है. JioCoin को एक डिजिटल करेंसी माना जा रहा है. हो सकता है कि यह किसी रिवॉर्ड पॉइंट सिस्टम की तरह काम करे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, JioCoin का इस्तेमाल Jio के इकोसिस्टम के अंदर ही होगा. बिटकॉइन की तरह इसके इंडिपेंडेंट डिजिटल करेंसी होने की संभावना न के बराबर ही है.
Jio Coin और ब्लॉकचेन को लेकर मुकेश अंबानी की सोच
JioCoin की अभी तक कोई आधिकारिक कीमत घोषित नहीं हुई है. हालांकि TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्लेषकों का अनुमान है कि यह $0.50 लगभग 43.30 रुपये प्रति टोकन की शुरुआती कीमत पर लॉन्च हो सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी का टारगेट JioCoin के जरिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना है. देशभर में जियो के 45 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, जिससे यह डिजिटल टोकन देश में Web3 टेक्नोलॉजी को अपनाने में अहम भूमिका निभा सकता है.
Web 3 टेक्नोलॉजी को वेब 3.0 भी कह सकते हैं, ये इंटरनेट डिसेंट्रलाइज करने का काम कर रहा है, एक ब्लॉकचेन की तरह जो प्राइवेट और सुरक्षित दोनों हो सके जिसपर क्रिप्टो टेक्नोलॉजी काम करती है.
JioSphere ब्राउजर से कमा सकते हैं JioCoins
रिपोर्ट के मुताबिक, JioCoin एक डिजिटल टोकन है जो Polygon ब्लॉकचेन पर आधारित है. यूजर्स इसे Jio के JioSphere ब्राउजर का इस्तेमाल करके कमा सकते हैं.
जब कोई यूजर अपने Jio नंबर से लॉगिन करेगा और JioSphere ब्राउजर का इस्तेमाल करेगा, तो उसे JioCoins दिए जाएंगे. ये टोकन यूजर के Polygon वॉलेट में जमा होंगे.
यह एक तरह का रिवॉर्ड सिस्टम है, जो Jio के यूजर्स को Web3 टोकंस कमाने के लिए Jio इकोसिस्टम के अंदर एक्टिव रहने के लिए मोटिवेट करेगा.
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि JioCoins को कैसे रीडीम किया जाएगा. लेकिन माना जा रहा है कि आगे चलकर रिलायंस इसे डिस्काउंट, खरीदारी या बाकी सर्विसेस से लिंक कर सकता है.
फिलहाल इसे JioSphere ब्राउजर के इस्तेमाल से लिंक करने से समझ आता है जैसे कंपनी अपने ब्राउजर को बाकी ब्राउजर जैसे क्रोम, आदी के बराबर खड़ा करना चाहती हो.
कैसे इस्तेमाल होगा JioCoin?
हालांकि ये भी अब तक साफ नहीं है लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक JioCoin के इस्तेमाल को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, जैसे:
- कुछ लोगों का मानना है कि JioCoin को रिलायंस की सभी सर्विसेस से लिंक किया जाएगा और यह एक इंटरनल डिजिटल करेंसी के रूप में काम करेगी.
- कुछ का मानना है कि इसे किसी चीज से जोड़ा जाएगा, जैसे डिस्काउंट.
Pi कॉइन से कैसे अलग है JioCoin?
Pi Coin का साफ है कि ये एक क्रिप्टोकरेंसी है जिसे कोई भी अपने मोबाइल के इस्तेमाल से माइन करके अपने वॉलेट में पा सकता है. फिलहाल ये टेस्टिंग मोड में है इसलिए भारत में इसकी ट्रेडिंग नहीं हो सकती है लेकिन ये बाहर कुछ जगहों पर ट्रेड हो रही है और आगे चलकर ये Binance पर लिस्ट हो सकता है.
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