हिंडनबर्ग बंद करने के बाद क्या करेंगे नाथन एंडरसन, बता दिया है प्लान… क्या फिर बढ़ाएंगे कंपनियों की टेंशन?

Hindenburg Research to shut down: हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का ऐलान नाथन एंडरसन ने एक लेटर के जरिए किया है. उन्होंने लिखा कि मैं इसे खुशी से लिख रहा हूं. इसे बनाना मेरे जीवन का सपना रहा है. जब मैंने शुरुआत की थी, तब मेरे पास पैसे नहीं थे.

आगे क्या करेंगे हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन. Image Credit: Tv9 Network

Hindenburg Research to shutdown: साल 2023 की जनवरी में अडानी ग्रुप के खिलाफ खुलासे करने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च अब बंद होने जा रही है. कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन (Nate Anderson Hindenburg) ने एक नोट के जरिए इस बात का ऐलान किया है. यानी अपनी विस्फोटक शॉर्ट-सेलिंग रिपोर्ट के लिए मशहूर अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने जा रही है. लेकिन कंपनी बंद करने के बाद नाथन एंडरसन क्या करेंगे, इस बारे में उन्होंने अपने नोट में बताया है. उन्होंने बताया कि कैसे हजारों लोग उनसे संपर्क करने की कोशिश करते थे. उन्होंने कहा कि अब वो लोगों को बताएंगे कि कैसे हिंडनबर्ग धमाकेदार रिपोर्ट तैयार करता था और फिर उसके जरिए खुलासे करता था.

मुझे नरक से गुजरना पड़ा

अपने नोट में नाथन एंडरसन ने लिखा कि किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक निश्चित प्वाइंट पर सफल कैरियर एक स्वार्थी काम बन जाता है. शुरुआत में मुझे लगा कि मुझे खुद को कुछ चीजें साबित करने की जरूरत है. अब मुझे आखिरकार अपने आप में कुछ आराम मिला है और ऐसा शायद मेरे जीवन में पहली बार होगा. शायद मैं यह सब हमेशा के लिए कर सकता था अगर मैंने खुद को अनुमति दी होती, लेकिन मुझे पहले खुद को कुछ नरक से गुजारना पड़ा. इटेंसिटी और फोकस दुनिया के बाकी हिस्सों और उन लोगों को खोने की कीमत पर आया है जिनकी मुझे परवाह है.

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आगे क्या करेंगे एंडरसन?

अपने आगे के प्लान के बारे में भी एंडरसन ने अपने लेट में बताया. उन्होंने बताया कि हिंडनबर्ग को बंद करने के बाद वो आगे क्या काम करेंगे. एंडरसन ने लिखा है कि राहत पाने की मेरी अपनी इच्छा के अलावा, हमने जो जानकारी और नॉलेज इकट्ठा की है उसे अपनी छोटी सी टीम तक सीमित रखना भी स्वार्थी लगता है. पिछले कई साल में हमें आप में से कई लोगों के हजारों संदेश मिले हैं, जिनमें पूछा गया है कि हम जो करते हैं वह कैसे करते हैं, या क्या आपकी टीम में शामिल हो सकते हैं.

मैंने उन सभी को पढ़ा और मैं यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि इस तरह से कैसे जवाब दिया जाए कि सभी को जवाब मिल सके. इसलिए अगले 6 महीनों में मैं हमारे मॉडल के हर पहलू और हम अपनी जांच कैसे करते हैं. इस जानकारी को ओपन सोर्स करने के लिए कंटेंट और वीडियो की एक सीरीज पर काम करने की योजना बना रहा हूं.

टीम के लोग क्या करेंगे?

फिलहाल, मैं यह सुनिश्चित करने पर फोकस करूंगा कि हमारी टीम के सभी लोग उस जगह पर पहुंचें जहां वे आगे बढ़ना चाहते हैं. कुछ लोग अपनी खुद की रिसर्च फर्म शुरू करने जा रहे हैं, जिसे मैं दृढ़ता से और सार्वजनिक रूप से प्रोत्साहित करूंगा, भले ही मैं इसमें व्यक्तिगत रूप से शामिल न रहूं. हमारी टीम में ऐसे अन्य लोग भी हैं जो अब स्वतंत्र एजेंट हैं. इसलिए अगर आपको किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो प्रतिभाशाली और फोकस्ड हो, साथ ही जिसके साथ काम करना आसान हो, तो बेझिझक मुझसे संपर्क करें, क्योंकि वे सभी ऐसे ही हैं.

अडानी को दिया था जोरदार झटका

अडानी ग्रुप के खिलाफ आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने शॉर्ट-सेलिंग को बढ़ावा दिया और पोर्ट से लेकर पावर तक का कारोबार करने वाले समूह अडानी समूह के खिलाफ अधिकारियों की जांच बैठी, जिससे इसके मार्केट कैप में अरबों डॉलर की गिरावट आई. अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने अडानी समूह और गौतम अडानी पर कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया था. हालांकि, अडानी ने कहा कि इस रिपोर्ट का उद्देश्य न केवल समूह को अस्थिर करना है, बल्कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश है. लेकिन रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को 82.9 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था.