किस लकड़ी की बनती है नाव, जानिए कितनी है कीमत और कौन सबसे महंगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि महाकुंभ के दौरान नाविकों ने 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की.नाव बनाने की लागत लकड़ी, डिजाइन और सुविधाओं पर निर्भर करती है.छोटी नाव 30,000 से शुरू होकर लग्जरी नाव करोड़ों में जाती है.
Boat Construction Cost: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में दावा किया कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के एक नाविक ने मात्र 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की. इस दावे के बाद लोग यह जानने में दिलचस्पी ले रहे हैं कि क्या सच में नाविक इतनी कमाई कर सकते हैं और एक नाव की कीमत कितनी होती है. नाव की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें बनाने में सामग्री, आकार और सुविधाएं शामिल हैं. आइए जानते हैं कि नाव बनाने में कितना खर्च आता है.
कौन-सी लकड़ी होती है इस्तेमाल?
नाव बनाने में के लिए ऐसी लकड़ियों का उपयोग किया जाता है जो वाटर प्रूफ, टिकाऊ और हल्की होती हैं.भारत में आमतौर पर नाव बनाने में के लिए विभिन्न प्रकार की लकड़ियों का उपयोग किया जाता है, जिनमें से कुछ सबसे प्रमुख हैं. जिसमें सागौन (Teak Wood) सबसे टिकाऊ और जलरोधी लकड़ी होती है, लेकिन इसकी कीमत अधिक होती है. शीशम (Rosewood) अपनी मजबूत बनावट के कारण मध्यम महंगी होती है.
साल (Sal Wood) कठोर और मजबूत लकड़ी होती है, जो कम पानी सोखती है, जिससे यह नाव बनाने में के लिए सबसे सही मानी जाती है. देवदार (Cedar Wood) हल्की होती है और पानी के प्रभाव से कम प्रभावित होती है, जिससे यह भी एक अच्छा विकल्प बनती है.वहीं, महोगनी (Mahogany) अपनी हाई क्वालिटी के कारण समुद्री नावों के बनाने में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है. इनके अलावा प्रयागराज और आस-पास के इलाके में कटहल की लकड़ी की भी प्रयोग होता है. यह अन्य लकड़ियों में सस्ती होती है.
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नाव बनाने में कितनी आती है लागत?
नाव की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें लकड़ी की गुणवत्ता, डिजाइन और अतिरिक्त सुविधाएं शामिल हैं. यदि आप बाजार से नाव खरीदते हैं, तो इंडिया मार्ट पर उपलब्ध एक मिड-लेवल इंजन वाली नाव की कीमत लगभग 1.9 लाख रुपये है. लेकिन यदि आप खुद नाव बनवाने की सोच रहे हैं, तो इसकी लागत अलग-अलग हो सकती है:
- छोटी नाव (5-10 फीट) – 30,000 से 1 रुपये लाख तक
- मध्यम नाव (10-20 फीट) – 1 लाख से 5 लाख रुपये तक
- बड़ी नाव (20-50 फीट, मछली पकड़ने/यात्री नाव) – 5 लाख से 50 लाख रुपये तक
- लग्जरी या कस्टम नाव – 50 लाख से करोड़ों रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं.
इसके अलावा, नाव बनाने में इंजन, रंग, वाटर प्रूफ कोटिंग और फिनिशिंग का अतिरिक्त खर्च भी शामिल होता है. नाविक अपनी जरूरत के अनुसार सुविधाएं जोड़कर लागत को कम या ज्यादा कर सकते हैं.