कौन है 74 साल का ये बूढ़ा शेर, जो अडानी को दे रहा टक्कर, बन गया इंफ्रा किंग

अप्रैल 2023 और नवंबर 2024 के बीच, GMR पावर और अर्बन इंफ्रा ने शेयर बाजारों में 517 फीसदी की तेजी देखी है जबकि GMR एयरपोर्ट के मार्केट कैप में भी 77 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.

कौन हैं G M Rao? Image Credit: @Money9live

फोर्ब्स के इंडिया रिच लिस्ट में 74 वर्षीय GM Rao ने वापसी कर ली है. वापसी के साथ भारत के 100 अमीर लोगों की सूची में 78वें स्थान पर आ गए हैं. 2024 में राव की कुल संपत्ति बढ़कर 3.99 बिलियन डॉलर हो गई है. कई वर्षों तक राव फोर्ब्स की सूची में शामिल रहे हैं. लेकिन बाद में वह इस लिस्ट से बाहर हो गए क्योंकि उनके तमाम बिजनेस का परफार्मेंस खराब हो गया. एक समय उनके ग्रुप पर करीब 39000 करोड़ का कर्ज हो गया था. ऐसे में उनकी अमीरों के लिस्ट में वापसी करना उनकी कामयाबी को दिखाती है. तो आइए जानते हैं कि भारत के इंफ्रा किंग कहे जाने वाले रॉव का कमबैक कैसे हुआ..

पिछले एक साल में बदल गई सूरत

अप्रैल 2023 और नवंबर 2024 के बीच, GMR पावर और अर्बन इंफ्रा ने शेयर बाजारों में 517 फीसदी की तेजी देखी है जबकि GMR एयरपोर्ट के मार्केट कैप में भी 77 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. इसकी वजह कंपनी के प्रोजेक्ट का अच्छा प्रदर्शन रहा है. इस समय कंपनी के पास दो थर्मल प्लांट जिसमें एक 1,650 मेगावाट का ऑपरेशनल प्लांट और दूसरा 350 मेगावाट का अंडर कंस्ट्रक्शन प्लांट शामिल है. इससे इतर कंपनी मौजूदा समय में गैस, हाइड्रोपावर, सोलर पावर और विंड प्लांट को भी संचालित और विकसित कर रही है. इसके लिए एयरपोर्ट कंस्ट्रक्शन और संचालन में भी वह भारत के दिग्गज गौतम अडानी को टक्कर दे रही है. इस समय अडानी ग्रुप देश में तेजी से इंफ्रा सेक्टर में पैर पसार रहा है, चाहे एयरपोर्ट हो, पावर सेक्टर, सड़क सभी में ग्रुप लीडरशिप पोजीशन में हैं.

देश के दो बड़े एयरपोर्ट का संचालन करती है कंपनी

मौजूदा समय में कंपनी के पास दो बड़े, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और हैदराबाद में राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन है. इसके अलावा गोवा एयरपोर्ट का निर्माण भी पूरा कर लिया है. घरेलू एयरपोर्ट के अलावा कंपनी इंडोनेशिया और फिलीपींस में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का संचालन भी कर रही है.

पॉवर, एयरपोर्ट सेक्टर में रिवाइवल का का कमाल है कि ग्रुप की इनकम बढ़ती जा रही है. इस समय GMR ग्रुप की लिस्टेड कंपनियां 13,000 करोड़ रुपये का कारोबार कर रही है. जिसका बड़ा हिस्सा एयरपोर्ट के ऑपरेशन से आता है.

कौन हैं GM Rao?

ग्रांधी मल्लिकार्जुन राव, एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग और एक अरबपति उद्योगपति हैं  GMR ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. यह कंपनी भारत में स्थित ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर और ऑपरेटर है. GMR की शुरुआत 1978 में हुई थी और मौजूदा समय में कंपनी की पहुंच 7 देशों में है. कंपनी का व्यवसाय, एयरपोर्ट सेक्टर, हाईवे, एनर्जी और बड़ी बिल्डिंग को बनाने वाले क्षेत्र में फैला हुआ है. मौजूदा समय में हैदराबाद और दिल्ली के हवाई अड्डों के साथ-साथ फिलीपींस में मैक्टन सेबू अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का संचालन कर रही है.

भारत के एक राज्य से विश्व तक का सफर

G.M. राव आंध्र प्रदेश के राजम नामक एक छोटे से कस्बे में पले-बढ़े. बतौर मैकेनिकल इंजीनियर, उन्होंने सरकारी जूनियर इंजीनियर के रूप में कैरियर शुरू किया. कुछ साल बाद, 1978 में बतौर जूट मिल शुरू की. लेकिन उनके लाइफ में टर्निंग प्वाइंट तब आया जब राव ने Vysya बैंक में हिस्सेदारी खरीदी. Vysya बैंक उस वक्त आंध्र प्रदेश में एक छोटा बैंक था. 1990 तक राव ने उस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 18 से 20 फीसदी तक कर लिया.

1991 में रखा बिजली क्षेत्र में कदम

1991 में जब भारत ने अपनी आर्थिक नीतियों में बदलाव करते हुए विश्व बाजार का विकल्प खोला तब राव ने जूट के बिजनेस से हटकर पावर सेक्टर में कदम रखने का फैसला किया. उसी के साथ उन्होंने तमिलनाडु में पहला निजी बिजली प्लांट जिसका नाम GMR वासावी डीजल पावर प्लांट स्थापित किया. साल बीतते गए, राव ने कुल 28 बिजनेस में अपना हाथ आजमाया जिसमें से एक शराब की भट्टी भी शामिल थी. बाद में राव ने उसे कारोबारी विजय माल्या को बेच दिया.