कौन हैं नोएल टाटा जो संभाल सकते हैं टाटा ग्रुप की कमान, अभी करते हैं ये काम

ऑटो से लेकर स्टील और एविएशन से लेकर कंज्यूमर सेक्टर में कारोबार करने वाले इस समूह की कमान किसके हाथ में आएगी, इसको लेकर कई नाम चल रहा हैं. लेकिन नोएल टाटा का नाम सबसे आगे है.

नोएल टाटा संभाल सकते हैं टाटा ट्रस्ट की कमान. Image Credit: Getty image

दिग्गज उद्योगपति और टाटा ग्रुप के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद, समूह के सामने उनके उत्तराधिकारी को चुनने का महत्वपूर्ण काम होगा. ऑटो से लेकर स्टील और एविएशन से लेकर कंज्यूमर सेक्टर में कारोबार करने वाले इस समूह की कमान किसके हाथ में आएगी, इसको लेकर कई नाम चल रहा हैं. लेकिन नोएल टाटा का नाम सबसे आगे है, जो 100 देशों में फैले 165 बिलियन डॉलर के कारोबारी साम्राज्य का नेतृत्व कर सकते हैं.

रतन टाटा ने टाटा समूह को अपने नेतृत्व में बड़ी कामयाबी दिलाई. वो टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन थे, जिसके पास टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड में 66 फीसदी हिस्सेदारी है. यह समूह की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनियों को कंट्रोल करती है. टाटा ट्रस्ट चैरिटी का एक समूह है जो अप्रत्यक्ष रूप से टाटा समूह को नियंत्रित करता है.

दो प्रमुख ट्रस्ट्स पर सभी का ध्यान

हालांकि, एन चंद्रशेखरन टाटा संस के चेयरमैन के रूप में अपने नेतृत्व को जारी रखेंगे. इस भूमिका को उन्होंने 2017 से संभाली है. ध्यान निश्चित रूप से दो प्रमुख ट्रस्ट्स- दोराबजी टाटा ट्रस्ट और रतन टाटा ट्रस्ट पर केंद्रित है, रतन टाटा 2012 में होल्डिंग कंपनी से रिटायर होने के बाद इनके चेयरमैन थे.

कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल

रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा ट्रस्टों के संचालन में प्रमुख व्यक्तियों में से एक के रूप में उभर रहे हैं. कहा जा रहा है कि वही रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में समूह की होल्डिंग कंपनियों को नियंत्रित करेंगे. नोएल टाटा रतन के पिता नवल टाटा और सिमोन टाटा के 67 वर्षीय बेटे हैं. सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में पहले से ही शामिल, रतन टाटा के सौतेले भाई उनका उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं. 2014 से वे समूह के बेहद सफल परिधान रिटेल विक्रेता ट्रेंट लिमिटेड के चेयरमैन हैं.

इन कंपनियों के हैं वाइस चेयरमैन

पिछले एक दशक में ट्रेंट लिमिटेड के शेयरों में 6,000 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. यह घरेलू फास्ट फैशन सेक्टर में एक बड़ी सफलता रही है. नोएल टाटा को 2019 में सर रतन टाटा ट्रस्ट बोर्ड में शामिल किया गया, जो टाटा संस और टाटा समूह पर महत्वपूर्ण प्रभाव रखने वाले मुख्य ट्रस्टों में से एक है. नोएल 2018 में टाइटन कंपनी के वाइस चेयरमैन बने और मार्च 2022 में उन्हें टाटा स्टील का भी वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया, जिससे समूह के भीतर उनकी उपस्थिति और मजबूत हुई.

लो प्रोफाइल लीडरशीप

नोएल टाटा ने इससे पहले 2010 से 2021 तक टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड का नेतृत्व किया था. इस दौरान कमोडिटी ट्रेडिंग फर्म का रेवेन्यू 500 मिलियन डॉलर से बढ़कर 3 बिलियन डॉलर से अधिक के स्तर पर पहुंच गया था. वह टाटा स्टील लिमिटेड और वोल्टास लिमिटेड सहित कई लिस्टेड टाटा फर्मों के बोर्ड में भी हैं.

टाटा ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार, उनके बच्चे- माया, नेविल और लिआह भी परिवार से जुड़ी कुछ चैरिटी के ट्रस्टी हैं. नोएल टाटा लो प्रोफाइल लीडरशीप शैली के लिए जाने जाते हैं. वो हमेशा लाइमलाइट से दूर रहे हैं और समूह के इंटरनेशनल ऑपरेशन और खुदरा व्यवसायों पर फोकस किया है.