कौन है FIITJEE का मालिक? जिसकी कंपनी से हजारों छात्र और मां-बाप हैं परेशान, जानें कितनी है कमाई?

IIT-IIM जैसे देश के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में प्रवेश हो या सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी, कोचिंग छात्रों के जीवन का अनिवार्य हिस्सा है. सुनहरे भविष्य के रुपहले सपने दिखाकर छात्रों से मोटी फीस वसूलने वाले कोचिंग संस्थान, मल्टी बिलयन डॉलर की इंडस्ट्री बन चुके हैं. इस इंडस्ट्री में FIITJEE एक बड़ा नाम है. लेकिन, उत्तर भारत के कई शहरों में इस नामी कोचिंग संस्थान के हजारों छात्र परेशान हैं. जानते हैं कौन हैं इस संस्थान के मालिक, और उनकी पूरी कुंडली.

संस्था का एक पुराना विज्ञापन वायरल हो रहा जिसमें वह अपनी टीचरों के करोड़ों कमाने का ऑफर दे रही है Image Credit: Money9live

Who is the owner of FIITJEE? FIITJEE की कहानी शुरू करें, उससे पहले यह जानना जरूरी है कि भारत में कोचिंग इंडस्ट्री कितनी बड़ी है. 8 जून, 2024 को प्रकाशित इकोनॉमिक एंड पॉलिटकल वीकली (EPW) जर्नल के मुताबिक भारत की कोचिंग इंडस्ट्री का आकार करीब 7.5 अरब डॉलर, यानी करीब 64,627.5 करोड़ रुपये है. यह इंडस्ट्री 15% CAGR की रफ्तार से बढ़ रही है. 2028 तक इसका आकार दोगुना होकर 15 अरब डॉलर से ज्यादा करीब 1.33 लाख करोड़ होने की संभावना है. अब बात करते हैं, FIITJEE के बारे में, जो पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में है.

क्यों चर्चा में है FIITJEE

फिलहाल FIITJEE अचानक अपने कई कोचिंग सेंटर बंद करने की वजह से चर्चा में है. पहले दिल्ली, फिर नोएडा और लखनऊ सहित उत्तर भारत के कई शहरों से यह जानकारी मिली है कि FIITJEE ने अचानक कोचिंग सेंटर बंद कर दिए हैं. हजारों छात्र और उनके माता-पिता परेशान हैं. छात्रों की पढ़ाई अधर में है. वहीं, पेरेंट फीस के रिफंड को लेकर धक्के खा रहे हैं.

कितनी कमाई कर रही कंपनी

entrackr की एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब तीन हजार करोड़ रुपये की कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2021 में 99 फीसदी घट गया. 31 मार्च 2023 को खत्म हुए वित्त वर्ष में फिटजी ने 481 करोड़ रुपये का रेवेन्यू रिपोर्ट किया. इसके साथ ही 71 करोड़ रुपये का घाटा भी बताया. वहीं, Tracxn के मुताबिक कंपनी का आकार 5% CAGR की रफ्तार से घट रहा है.

कहां से करती है कमाई

entrackr की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने साल 2021 में कुल 461 करोड़ रुपये का रेवेन्यू रिपोर्ट किया, जिसमें से 244.6 करोड़ रुपये शैक्षिक गतिविधियों से अर्जित किए. वहीं, 122.5 करोड़ रुपये एडमिशन फीस के तौर पर जुटाए. इसके अलावा शेष रकम स्टडी मैटेरियल बेचकर व दूसरे स्रोतों से हासिल की थी.

मालिक पर बदमिजाजी के आरोप

FIITJEE का नाम पहले भी कई विवादों में उछल चुका है. 2017 में पैराडाइज पेपर्स में नाम सामने आया. पिछले वर्ष टीचिंग स्टाफ ने आरोप लगाया था कि उन्हें महीनों से वेतन नहीं मिला है. इसके अलावा कोचिंग संस्थान के फाउंडर और चेयरमैन डीके गोयल पर आरोप लगा कि उन्होंने स्टाफ के साथ बदतमीजी करते हुए गाली-गलौज किया. सोशल मीडिया पर ऐसे कई ऑडियो और वीडियो हैं, जिनमें दावा किया गया है कि गोयल बहुत ही अभद्र भाषा में अपने संस्थान के कर्मचारियेां से पेश आ रहे हैं.

कौन हैं डीके गोयल

FIITJEE की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक डीके गोयल यानी दिनेश कुमार गोयल खुद IIT के छात्र रह चुके हैं. उन्होंने IIT दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की है. 1992 में उन्होंने सबसे पहले दिल्ली में ही पहला कोचिंग सेंटर स्थापित किया. इसके बाद धीरे-धीरे फ्रैंचाइजी मॉडल के आधार पर कारोबार बढ़ाते रहे.

विदेश तक फैला है कारोबार

FIITJEE, यानी Forum for IIT-JEE की स्थापना 1992 में हुई. वेबसाइट पर किए गए दावे के मुताबिक कोचिंग संस्थान के देश भर में 72 स्टडी सेंटर हैं. 2 FIITJEE ग्लोबल स्कूल हैं. 6 FIITJEE वर्ल्ड स्कूल हैं और 49 एसोसिएट स्कूल हैं. वहीं, fiitjee-franchise.com पर दी गई जानकारी के मुताबिक 11 फ्रैंचाइजी विदेशों में हैं.

हर शहर में लाखों स्टूडेंट

FIITJEE फ्रैंचाइजी वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 41 शहरों में उसके सेंटर हैं. हर शहर में 20,000 से 3,00,000 स्टूडेंड उनसे जुड़े हैं. इस तरह देखा जाए, तो फिटजी से 8.20 लाख से 1.23 करोड़ छात्र जुड़े हुए हैं. हालांकि, मनी9 लाइव अपने स्तर पर इस डाटा को वैरिफाई नहीं कर सकता है. लेकिन, मोटे तौर पर यह माना जा सकता है कि FIITJEE से लाखों छात्र जुड़े हैं. दिलचस्प बात यह है कि FIITJEE के कोचिंग सेंटर्स पर पढ़ने वाले इन लाखों छात्रों में से हर साल 500 से 1000 के बीच छात्रों को ही IIT में दाखिला मिल पाता है.

FIITJEE कंपनी का स्ट्रक्चर

1992 में स्थापित FIITJEE का एक कॉर्पोरेट कंपनी के तौर पर रजिस्ट्रेशन अक्टूबर 12, 1997 को दिल्ली के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी कार्यालय में हुआ. फिलहाल, यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है. कंपनी की आखिरी AGM 30 सितंबर, 2023 को आयोजित हुई. Tracxn के मुताबिक कंपनी 30 नवंबर, 2023 तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 2,097 थी. Tracxn के मुताबिक कॉम्पटीशन में मौजूद 108 कंपनियों में से FIITJEE चौथे स्थान पर है.


कितना है वैल्युएशन

कंपनी ने आखिरी बार साल 2009 में फंडिंग जुटाई थी. 2009 में कंपनी ने तीन निवेशकों से 2 करोड़ डॉलर जुटाए, इसके बाद कंपनी का वैल्युएशन करीब 34.6 करोड़ डॉलर आंका गया. अगर इसी वैल्युएशन को मौजूदा वैल्युएशन माना जाए, तो कंपनी की वैल्यू करीब 2,981.48 करोड़ रुपये बनती है. कंपनी के बोर्ड में दिनेश कुमार गोयल के अलावा मोनिला गोयल, पार्थ हलदर और राजेश मित्तल शामिल हैं. 2009 में के बाद कंपनी ने फिर से फंडिंग नहीं जुटाई. 2009 में जुटाई फंडिंग के समय कंपनी के संस्थापक के डीके गोयल और परिवार के पास कंपनी की 89.09% हिस्सेदारी है. 9 जुलाई, 2009 तक FIITJEE के संस्थापकों की कुल संपत्ति 1,500 करोड़ रुपये रिपोर्ट की गई.

IPO लाने का भी किया प्रयास

मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने साल 2011 में 200 करोड़ डॉलर के वैल्युएशन पर भारतीय और अमेरिकी शेयर बाजार में IPO के जरिये लिस्टिंग का प्रयास किया था. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी भारत के बाहर अमेरिका सहित कई देशों में विस्तार करने के लिए आईपीओ लाना चाहती थी, इसकी कई इन्वेस्टमेंट बैंकरों ने पुष्टि की थी. हालांकि, IPO लाने की योजना पूरी नहीं हो पाई.

सहायक कंपनियों का नेटवर्क

1997 में कंपनी के तौर पर रजिस्टर्ड FIITJEE लिमिटेड का सबंध 27 सितंबर, 2020 को स्थापित फिटजी हॉस्टल्स सूट्स एंड कैंपस प्राइवेट लिमिटेड के साथ ही मेगाकॉसम कॉग्निशन प्राइवेट लिमिटेड, फिटजी फ्रैंचाइज नेटवर्क लिमिटेड, टाइम्स ए एंड एम (इंडिया) लिमिटेड के साथ है.

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