ये हैं ‘पॉपकॉर्न मैन ऑफ इंडिया’, PVR-ताज होटल्स से Popcorn तक का सफर
Popcorn Man of India: विकास सूरी, जिन्होंने स्नैक्स की दुनिया में एक तरह से क्रांति लाई, पॉपकॉर्न को थिएटर का सबसे पसंदीदा खाने का आईटम बना दिया. आज विकास सूरी "पॉपकॉर्न एंड कंपनी" के सीईओ और फाउंडर हैं, जो अपने गॉरमेट पॉपकॉर्न के लिए मशहूर हैं. लेकिन यह सफलता उन्हें रातों-रात नहीं मिली.
अगर आप थिएटर में फिल्म देखने जाते हैं या घर पर फिल्म देखना पसंद करते हैं तो जरूर आपको देखते-देखते कुछ खाने की इच्छा होती होगी. फिल्म देखते वक्त पॉपकॉर्न खाने का मजा और पॉपकॉर्न का स्वाद फिल्म देखने के मजे को दोगुना कर देता है. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि पॉपकॉर्न को थिएटर में फेवरेट स्नैक बनाने के पीछे की कहानी क्या है? या किसका हाथ है? चलिए, आपको बताते हैं कौन है “पॉपकॉर्न मैन ऑफ इंडिया”.
सच में, पॉपकॉर्न को पॉपकॉर्न बनाने वाले को पॉपकॉर्न मैन ही बुलाया जाता है. इनका नाम विकास सूरी है, ये एक ऐसा नाम जो स्नैक्स की दुनिया में एक तरह से क्रांति लेकर आया है. आज विकास सूरी “पॉपकॉर्न एंड कंपनी” के सीईओ और फाउंडर हैं, जो अपने गॉरमेट पॉपकॉर्न के लिए मशहूर हैं. लेकिन यह सफलता उन्हें रातों-रात नहीं मिली.
शुरुआत: ओबेरॉय होटल्स से पॉपकॉर्न तक
90 के दशक में विकास ने अपना करियर ओबेरॉय होटल्स के साथ शुरू किया. इसके बाद उन्होंने एक जर्मन कंपनी के साथ काम किया, जो फूड प्रोसेसिंग, फ्रोजन फूड्स और कमर्शियल किचन इक्विपमेंट में विशेषज्ञ थी. इसके बाद विकास अमेरिका चले गए जहां उन्होंने अपनी स्किल्स को और निखारा.
साल 1996 में विकास ने भारत में “किचनरामा” नाम की कंपनी शुरू की. यह कंपनी थिएटर इंडस्ट्री में किचन इक्विपमेंट प्रोवाइडर के तौर पर जानी जाती है. PVR, INOX, सिनेपोलिस जैसे बड़े नामों के अलावा, किचनरामा होटल्स और रेस्टोरेंट जैसे ताज, ITC, मैरियट को भी सर्विसेस देती है.
गॉरमेट पॉपकॉर्न का सपना
विकास का हमेशा से सपना था कि वे खुद की पॉपकॉर्न कंपनी खोले. 2017 में विकास ने अपने सपने को साकार करते हुए “पॉपकॉर्न एंड कंपनी” लॉन्च की. उनका मकसद पॉपकॉर्न को सिर्फ एक सामान्य स्नैक नहीं, बल्कि एक गॉरमेट एक्सपीरियंस बनाना था. उनकी ब्रांड ने फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न को भारत में एक नई पहचान दी.
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क्यों शुरू की पॉपकॉर्न एंड कंपनी?
दरअसल विकास पहले से ही पॉपकॉर्न मशीनें, कर्नल्स और सीजनिंग सप्लाई कर रहे थे. दुनियाभर में पॉपकॉर्न का कंजंप्शन बढ़ने लगा इसके साथ उन्होंने भी इसे एक ब्रांड के रूप में लॉन्च करने की योजना बनाई.
कंपनी का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नई दिल्ली के नारायणा में स्थित है. यह यूरोप और अमेरिका से इंपोर्टेड मशीनों और कच्चे माल का इस्तेमाल करती है. 2018 में, नोएडा के किड्जेनिया में इसका पहला कियोस्क लॉन्च हुआ और 2019 में, दिल्ली के पैसिफिक मॉल में पहला स्टोर खोला गया.
आज “पॉपकॉर्न एंड कंपनी” भारत और कुछ देशों में अपने गॉरमेट पॉपकॉर्न स्टोर्स की फ्रेंचाइजी दे रहा है. उनकी योजना श्रीलंका, मालदीव, तुर्की, घाना और जोहानसबर्ग जैसे देशों में विस्तार करने की है. महामारी के कारण कुछ प्रोजेक्ट्स धीमे हो गए, लेकिन विकास को यकीन है कि जल्द ही ये सपने सच होंगे.
आज विकास सूरी की कंपनी का 20 करोड़ रुपये का टर्नओवर है, जिसमें से “पॉपकॉर्न एंड कंपनी” ने 2019-20 में 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया. साल 2024 में विकास सूरी काफी फेमस हो गए थे जब वे शार्क टैंक में पिच लेकर आए थे.