कौन है Dolo का मालिक, जिसको USA के डॉक्टर ने बताया टॉफी, कोरोना में कमाए थे 567 करोड़

बुखार की दवा डोलो 650 आजकल भारतीय घरों की जरूरत का अहम हिस्‍सा बन चुका है. कोरोना काल के दौर से इसने खूब सुर्खियां बंटोरी. उस दौरान इस दवा की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी. तो कौन-सी कंपनी बनाती है ये दवा, कौन है इसका मालिक जानें पूरी डिटेल.

किसने बनाई डोलो दवा Image Credit: money9

Who is the CEO of Dolo: कोरोना काल में जमकर बिकने वाली दवा Dolo एक बार फिर चर्चाओं में है. दरअसल अमेरिका में रहने वाले डॉ. पलानियप्पन ने इस पर तंज कसकर एक नई बहस छेड़ दी है. उन्‍होंने डोलो की तुलना एक टॉफी से की है. उनका कहना है कि भारत के लोग Dolo 650 को ऐसे खाते हैं जैसे ‘कैडबरी जेम्‍स’ हो. बेंगलुरु में बनने वाली ये दवा पहले भी खूब सुर्खियां बंटोर चुकी है, तो आखिर कौन है Dolo का मालिक, कैसे कोविड काल में उनकी बढ़ी कमाई और कैसे बना ये भारतीयों की जिंदगी का अहम हिस्‍सा आइए जानते हैं.

कौन बनाता है Dolo?

Dolo 650 टैबलेट पैरासिटामॉल का एक ब्रांड है. यह एक जेनरिक सॉल्ट है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर दर्द और बुखार में किया जाता है. बेंगलुरु की दवा कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड इस दवा को बनाती है. दिलीप सुराणा इस फार्मा कंपनी के चेयरमैन है. कंपनी की स्थापना दिलीप सुराणा के दिवंगत पिता जीसी सुराणा ने साल 1973 में की थी. माइक्रो लैब्‍स अपने लोकप्रिय पैरासिटामोल डोलो 650 के लिए जानी जाती है. कंपनी का दावा है जहां दूसरे ब्रांड पैरासिटामॉल की 500 mg डोज वाली टैबलेट बनाते हैं, जबकि वो 650 mg की टैबलेट बनाती है. यह दवा कंपनी हृदय रोग, डायबिटीज और पेन मैजनमेंट के लिए भी दवाएं बनाती है. इसके अलावा ये नेत्र संबंधी प्रोडक्‍ट बनाने का भी काम करती है.

कोरोना में की रिकॉर्ड कमाई

डोलो-650 ने कोरोना काल में जमकर सुर्खियां बंटोरी थी. उस दौरान इस दवा की बिक्री में इस कदर उछाल आया था कि यह बाजार से गायब हो गई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से डोलो 650 के 350 करोड़ टैबलेट बिक गए थे. इतना ही नहीं माइक्रो लैब्‍स ने कोरोना काल में सिर्फ डोलो 650 की 567 करोड़ रुपये की बिक्री की थी.

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कितने दौलत के हैं मालिक?

फोर्ब्‍स के अनुसार माइक्रो लैब्‍स के चेयरमैन दिलीप सुराणा की रियल टाइम नेटवर्थ 1.4 बिलियन डॉलर यानी लगभग 12000 करोड़ रुपये है. tracxnवेबसाइट के मुताबिक माइक्रो लैब्स लिमिटेड ने 31 मार्च, 2024 में ₹6,670 करोड़ का रेवेन्‍यू जुटाया था. पिछले एक साल में कंपनी के रेवेन्‍यू का CAGR 14% रहा है.