62 साल से केवल मंगलसूत्र बना रहा है ये शख्स, टाटा अंबानी सब इसके दीवाने, 18 देशों में इनके फैन

मुंबई की कंपनी शृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र जल्‍द ही अपना आईपीओ लाने वाली है, इसके लिए कंपनी ने डीआरएचपी भी फाइल कर दी है. ये कंपनी मंगलसूत्र बनाने का काम करती है. इसके कई बड़े-बड़े क्‍लाइंट्स है, तो कौन है इसके मालिक जानें पूरी डिटेल.

who is the owner of Shringar House of Mangalsutra Image Credit: money9

Shringar House of Mangalsutra: अगर आप भारतीय ज्वेलरी इंडस्‍ट्री की बात करें तो तनिष्‍क, कल्‍याण ज्‍वेलर्स, मालाबार गोल्‍ड्स इन दिग्‍गजों का नाम सबसे पहले जेहन में आता है, लेकिन इस इंडस्‍ट्री में एक और ज्‍वेलरी ब्रांड बेहद पॉपुलर है. जिसका नाम है शृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र है. यूनीक डिजाइन और बेहतरीन कारीगरी का नमूना पेश करने वाली ये कंपनी महज मंगलसूत्र बनाकर ही पूरी दुनिया में नाम कमा रही है. इतना ही नहीं तनिष्‍क, रिलायंस ज्‍वेल्‍स और मालाबार गोल्‍ड जैसी नामी कंपनियां इसकी क्‍लाइंट हैं. इस समय ये कंपनी अपने IPO को लेकर चर्चाओं में है.

शृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र कंपनी जल्‍द ही अपना आईपीओ लॉन्‍च करने वाली है. इस सिलसिले में कंपनी ने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर भी दाखिल कर दिए हैं. ऐसे में अगर आप इस कंपनी में दांव लगाने की योजना बना रहे हैं तो कंपनी का मालिक कौन है और कैसे इसकी शुरुआत हुई, ये जानना बेहद जरूररी है.

62 साल पुरानी है कंपनी

शृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र कंपनी की शुरुआत 1963 में मुंबई से हुई थी. ये कंपनी 62 साल पुरानी है. इसने अपनी यूनीकनेस से न सिर्फ भारतीय ज्वैलरी इंडस्ट्री में बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है. 1980 के दशक में शृंगार ने एक अत्याधुनिक यूनिट स्थापित की थी, जिसने मंगलसूत्र निर्माण को नये आयाम पर पहुंचाया था.

कौन है इस मंगलसूत्र कंपनी का मालिक?

चेतन एन. थड़ेश्‍वर कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उन्‍होंने ही कंपनी को खड़ा किया था. वह40 साल से ज्यादा समय से ज्वैलरी इंडस्‍ट्री में कार्यरत हैं. उनके नेतृत्व में कंपनी ने मंगलसूत्र निर्माण की प्रक्रिया में कई इनोवेशन किए थे. चेतन एन थड़ेश्‍वर, ऑल इंडिया जेम और ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के जोनल कमेटी सदस्य भी हैं. साथ ही वजह प्रेफर्ड मैन्युफैक्चरर ऑफ इंडिया के जॉइंट कन्वीनर के रूप में भी सक्रिय हैं.

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18 से अधिक देशों में करती है सप्‍लाई

यह कंपनी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि 18 से भी अधिक देशों में अपने प्रोडक्‍ट का निर्यात करती है. कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद वेबसाइट के मुताबिक इसका कारोबार 1000 करोड़ रुपये से अधिक है. शृंगार को उसकी यूनीक कारीगरी और डिज़ाइन के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि ये न सिर्फ मंगलसूत्र के क्षेत्र में सबसे बड़ा निर्माता बनकर उभरा है, बल्कि इसने भारतीय ज्वैलरी इंडस्ट्री की एक मजबूत पहचान भी हैं.

कौन है क्‍लाइंट्स?

शृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र कई दिग्‍गज ज्‍वेलरी कंपनियों को अपनी सेवाएं देती है. इसके क्‍लांइट्स में कई बड़े नाम शामिल है. इनमें तनिष्‍क, मालाबार गोल्‍ड, रिलायंस ज्‍वेल्‍स, जॉयलुकास, इंद्रिया आदित्‍य बिड़ला ज्‍वेलरी, पीएन गाडगिल ज्‍वेलर्स, डीपी आभूषण आदि हैं.

कौन है प्रमोटर्स?

चेतन एन थंडेश्‍वर, ममता सी थंडेश्‍वर, विराज सी थडेश्‍वर, बलराज सी थडेश्‍वर कंपनी के प्रमोटर्स हैं. वहीं नीलू मानकचंद राठौड़ और निकिता राकेश शर्मा प्रमोटर्स ग्रुप मेबर्स हैं.

कैसी है फाइनेंशियल कंडीशन?

कंपनी ने अपने DRHP में पिछले 3 साल के अपने वित्‍तीय प्रदर्शन का रिकॉर्ड साझा किया है, जिसके मुताबिक साल 2022 के वित्‍तीय वर्ष में श्रृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र लिमिटेड का नेटवर्थ 823.57 मिलियन था, जो 2023 में 1,057.23 मिलियन और 2024 में सितंबर तक 1,698.71 मिलियन था. वहीं ऑपरेशनल रेवेन्‍यू वित्‍त वर्ष 2022 में 8,101.87 मिलियन दर्ज किया गया था, जबकि 2023 में ऑपरेशनल रेवेन्‍यू बढ़कर 9,502.17 मिलियन हो गया था. सितंबर 2024 तक ये 6,871.35 मिलियन दर्ज किया गया था.