भारतीय व्यापारियों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ क्यों खोला मोर्चा, अब मुकदमे की तैयारी
विदेशी रिटेल कंपनियों के खिलाफ वर्षों से मुखर रहने वाले इस संगठन ने दिल्ली में इन दोनों दिग्गजों कंपनियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के अभियान की घोषणा की है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है.
भारतीय ट्रेडर्स और रिटेल विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाला राष्ट्रीय संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स मल्टीनेशनल ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने जा रहा है. विदेशी रिटेल कंपनियों के खिलाफ वर्षों से मुखर रहने वाले इस संगठन ने दिल्ली में इन दोनों दिग्गजों कंपनियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के अभियान की घोषणा की है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन और फ्लिपकार्ट द्वारा अपनाई जा रही गंभीर प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रैक्टिस की बात सामने आई है. इसके खिलाफ CAIT के नेतृत्व में देश भर के व्यापारी इन कंपनियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग करते हुए एक बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने जा रहे हैं.
छोटो और मझोले व्यापरियों पर बुरा असर
350 से अधिक ट्रेड लीडर्स ने एक सर्वसम्मत प्रस्ताव में अमेजन और फ्लिपकार्ट के ऑपरेशन में कथित अनियमितताओं की ओर इशारा किया है. ट्रेडर्स संगठन के अनुसार, CCI की रिपोर्ट में कई कारोबार के कई अनैतिक तीरके को उजागर किया गया है, जिसका छोटे और मध्यम व्यापारियों पर बहुत बुरा असर पड़ा है. इसमें भारी छूट, चुनिंदा विक्रेताओं को तरजीह देना और प्रतिस्पर्धा मानदंडों का उल्लंघन शामिल है.
खुदरा व्यापारियों को हो रहा नुकसान
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इस तरह से काम कर रहे हैं, जो समान अवसर को बिगाड़ते हैं, जिससे लाखों व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं को नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए, हम CCI से आग्रह करते हैं कि वह आवश्यक कार्रवाई करे और न्याय के लक्ष्य को प्राप्त करने और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए बिना किसी देरी के अमेजन और फ्लिपकार्ट दोनों पर मुकदमा चलाए. मौके पर उपस्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री और CAIT की सलाहकार स्मृति ईरानी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में छोटे व्यापारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. उनके अनुसार, छोटे व्यापारी वर्तमान में भारत के खुदरा बाजार का 90 फीसदी हिस्सा बनाते हैं और देश के निर्यात में 45 फीसदी का योगदान करते हैं.
बिजनेस टर्नओवर
स्मृति ईरानी ने कहा कि 2023 में उनका बिजनेस टर्नओवर 480 अरब अमेरिकी डॉलर था, जिसके 2025 तक 1.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. इसलिए हमें निर्यात बढ़ाने और व्यापारियों के लिए व्यापार करने में आसानी को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है. चूंकि 71 फीसदी ऑनलाइन ऑर्डर छोटे व्यापारियों के जरिए पूरे किए जाते हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से, हमें यह आकलन करने के लिए प्रयास करने होंगे कि क्या इन मर्चेंट को ई-कॉमर्स में बदलाव से लाभ मिल रहा है. इसके अलावा हमें उनकी क्षमता को पहचानने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने के महत्व को समझना होगा.