केबल टीवी के बाद अब DTH भी हो जाएगा खत्म! घबराए Airtel-TATA जैसे दिग्गज, जानें किससे खतरा
ओटीटी के बढ़ते दबदबे के चलते डीटीएच इंडस्ट्री में हलचल है. इसके दिग्गजों को डर सता रहा है कि कहीं कहीं केबल टीवी की तरह इसे भी बोरिया बिस्तर न समेटना पड़े. ऐसे में एयरटेल और टाटा जैसे धुरंधरों ने खास योजना बनाई है.
DTH vs OTT: नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, प्राइम वीडियो जैसे प्लेटफॉर्म इंटरनेट पर कम दाम में लेटेस्ट फिल्में और शो परोस रहे हैं. जिसकी वजह से लोग DTH का डिब्बा छोड़ OTT की ओर रुख कर रहे हैं. लोग डीटीएच का सेट अप बॉक्स लगाने की बजाय इंटरनेट पर मूवीज देखना पसंद कर रहे हैं. यही वजह है कि DTH लगवाने वालों की संख्या लगातार घट रही है. जिसकी वजह से एयरटेल और टाटा जैसे दिग्गजों की चिंताएं बढ़ गई हैं. उन्हें डर है कि कहीं ओटीटी के बढ़ते दबदबे से उनका हाल भी केबल टीवी की तरह न हो जाएं, कहीं उन्हें भी अपना बोरिया बिस्तर न समेटना पड़ें. OTT से लोहा लेने के लिए DTH की दो दिग्गज कंपनी मर्जर पर विचार कर रही हैं.
फरवरी 2025 में आई खबर के मुताबिक भारती ग्रुप अपनी डीटीएच कंपनी को टाटा ग्रुप के साथ जोड़ने की बात कर रहा है. अगर डील फाइनल होती है तो नई कंपनी बाजार का 60% से ज्यादा हिस्सा हासिल कर लेगी. अभी टाटा प्ले इस रेस का बादशाह है, जबकि भारती टेलीमीडिया नंबर-2 पर काबिज है. दोनों मिलकर 14 हजार करोड़ की दमदार कंपनी खड़ी कर सकते हैं. मगर DTH के इन धुरंधरों को चुनौती OTT प्लेटफॉर्म चुनौती दे रहा है.
3 साल में DTH ने गंवाएं 80 लाख ग्राहक
ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन साल में DTH ने 80 लाख ग्राहक गंवा दिए. 2024 तक इनके ग्राहकों की संख्या 6 करोड़ से भी नीचे आ गई. जानकारों का कहना है कि सस्ता ब्रॉडबैंड और बदलता टीवी ट्रेंड इसके पीछे की बड़ी वजह है. अब लोग बोरिंग चैनल पैक की जगह अपनी मर्जी का कंटेंट देखना चाहते हैं. ऐसे में डीटीएच का क्रेज कम हो गया है. OTT के इस रणनीति को मात देने और डीटीएच इंडस्ट्री को दोबारा स्टैंड कराने के लिए भारती और टाटा ग्रुप मर्जर की योजना बना रहे हैं. टाटा प्ले और भारती टेलीमीडिया अब खर्च घटाने और कमाई बढ़ाने की जुगत में मर्जर का जुगाड़ लगा रहे हैं.
मार्केट में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
- 2024 के ट्राई डेटा के हिसाब से डीटीएच की रेस में सबसे आगे टाटा प्ले है. इसकी मार्केट में हिस्सेदारी 31.99% है.
- भारती टेलीमीडिया: 29.38%
- डिश टीवी: 19.53%
- सन डायरेक्ट टीवी: 19.10%
DTH के सामने क्या हैं दिक्कतें?
पिछले साल तक देश में सैटेलाइट चैनल 922 से घटकर 902 रह गए. इनमें से सिर्फ 362 पेड चैनल हैं, इनमें 259 SD और 103 HD चैनल हैं. डीटीएच ऑपरेटरों को IPTV सर्विस में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, 5G की रफ्तार और फाइबर नेटवर्क के बढ़ने आदि जैसी चुनौतियों का सामाना करना पड़ रहा है.
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कितना बड़ा है DTH मार्केट?
टेकसाई रिसर्च के मुताबिक 2024 में भारतीय डीटीएच बाजार 58,168 करोड़ का था. अगले 5 साल यानी 2030 तक ये हर साल 2.95% की रफ्तार से बढ़कर 69,000 करोड़ के पार जा सकता है. रिसर्च के अनुसार गांवों में स्कोप को देखते हुए और नई टेक्नोलॉजी के दम पर डीटीएच की ग्रोथ हो सकती है. अमेरिकी फर्म टेकसाइ रिसर्च का कहना है कि भारत में लोग अभी भी बेहतर मनोरंजन चाहते हैं. गांव-कस्बों में डीटीएच का सिक्का चल रहा है. HD चैनलों की डिमांड बढ़ रही है, और 4K-वर्चुअल रियलिटी जैसी नई तकनीकें उम्मीद की किरण दिखा रही हैं. ऐसे में DTH को नए ढ़ंग से पेश करने पर इसमें सुधार आ सकता है.