कौन है विल्मर, जिससे अडानी ने बनाई दूरी, अब भारत में अकेले करेगी ये काम

अडानी विल्मर लिमिटेड (AWL) से अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद, सिंगापुर बेस्ड विल्मर अब FMCG बिजनेस पर फोकस करेगी. विल्मर, ITC की तरह अपने एडिबल ऑयल बिजनेस का उपयोग FMCG ग्रोथ के लिए करेगी.

सिंगापुर बेस्ड विल्मर अब अपने हाई-मार्जिन वाले FMCG बिजनेस पर फोकस करेगी.

अडानी विल्मर लिमिटेड (AWL) से अडानी ग्रुप के पूरी तरह बाहर निकलने के बाद, सिंगापुर बेस्ड विल्मर अब अपने हाई-मार्जिन वाले FMCG बिजनेस पर फोकस करेगी. विल्मर ITC लिमिटेड की तरह अपनी कोर बिजनेस और बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का फायदा उठाने की योजना बना रही है. अब विल्मर का पूरा फोकस अपने कोर बिजनेस पर होगा, जिसमें एडिबल ऑयल बिजनेस को ग्रोथ के लिए आधार बनाया जाएगा.

ITC की तरह ग्रोथ की प्लानिंग

ITC ने FMCG मार्केट में ग्रोथ के लिए अपने सिगरेट बिजनेस का इस्तेमाल किया था. इसी तरह, विल्मर अपने एडिबल ऑयल बिजनेस के जरिए FMCG सेक्टर में ग्रोथ की योजना बना रही है. अडानी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद, विल्मर भारतीय बाजार में नए ग्लोबल FMCG ब्रांड्स लाने की तैयारी में है और जल्द ही इनकी लॉन्चिंग की जाएगी.

दिसंबर तिमाही में 24% की ग्रोथ

दिसंबर तिमाही में कंपनी के FMCG बिजनेस में सालाना 24% की ग्रोथ दर्ज की गई. फूड और FMCG की हिस्सेदारी बढ़कर कुल बिक्री का 20% हो गई है. कंपनी ने बताया कि गेहूं का आटा, चावल, दालें, पोहा, चीनी और Nuggets जैसे प्रोडक्ट्स में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई है. इंटीग्रेटेड डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल ने फूड प्रोडक्ट्स की पहुंच बढ़ाने में मदद की है. कंपनी के ई-कॉमर्स से होने वाली बिक्री में 41% की तेजी आई है.

डिस्ट्रीब्यूशन का बड़ा नेटवर्क

विल्मर ने फॉर्च्यून ब्रांड के तहत 21 लाख आउटलेट तक पहुंचने वाला एक बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाया है. हालांकि, एडिबल ऑयल सेगमेंट की हिस्सेदारी में गिरावट हो रही है, फिर भी यह कंपनी के रेवेन्यू का 80% हिस्सा है, जिसमें 10% B2B बिक्री से आता है.

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शेयरों का प्रदर्शन

AWL के शेयरों पर दबाव बना हुआ है. पिछले 6 महीनों में शेयर ने फ्लैट रिटर्न दिया है, जबकि पिछले एक साल में 13% की गिरावट आई है. पिछले दो सालों में निवेशकों को 42% का नुकसान हुआ है. शेयर का ऑल टाइम हाई 878 रुपये था, कंपनी का मार्केट कैप 42,700 करोड़ रुपये है. बीते शुक्रवार को AWL के शेयरों में 0.56% की गिरावट आई और यह BSE पर 328.55 रुपये पर बंद हुआ.

एशिया की प्रमुख एग्रीबिजनेस कंपनी

1991 में बनी विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड सिंगापुर बेस्ड कंपनी है .यह एशिया की अग्रणी एग्रीबिजनेस कंपनी है. यह सिंगापुर एक्सचेंज पर सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनियों में से एक है. विल्मर का इंटीग्रेटेड बिजनेस मॉडल पाम ऑयल की खेती, खाद्य तेल रिफाइनिंग, आटा और चावल मिलिंग, और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के उत्पादन जैसे कार्यों को कवर करता है. कंपनी के पास 1,000 से अधिक प्लांट्स और एक विस्तृत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है, जो चीन, भारत, इंडोनेशिया और 50 अन्य देशों में फैला हुआ है.