Zepto देसी है या विदेशी, क्या है सिंगापुर से कनेक्शन?
क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto जल्द ही अपना IPO लाने वाली है. इसके लिए कंपनी ने सिंगापुर से भारत में अपने डोमिसाइल को ट्रांसफर करने की मंजूरी ले ली है, जनवरी में इस सिलसिले में कंपनी के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में बैठक भी होगी. तो कब आएगा आईपीओ और सिंगापुर से इसका क्या है नाता, जानिए डिटेल.
ज़ोमैटो, ब्लिंकिट और स्विगी सहित दूसरे डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म को टक्कर देने वाली क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto जल्द ही अपना IPO लाने वाली है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कंपनी इस साल मार्च या अप्रैल तक ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर सकती है. कंपनी ने यह फैसला भारत में अपने डोमिसाइल ट्रांसफर के लिए सिंगापुर से मिली मंजूरी के बाद लिया है. इतना ही नहीं जेप्टो ने आईपीओ से पहले अपने ऑपरेशन्स को मैनेज करने के लिए एक नई यूनिट जेप्टो मार्केटप्लेस प्राइवेट लिमिटेड की भी स्थापना की है. इसे 22 अक्टूबर 2024 को रजिस्टर्ड किया गया है. बेंगलुरु स्थित इस कंपनी के शेयरहोल्डर्स में ज्यादातर हिस्सा विदेशियों का है ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये कंपनी देसी है या विदेशी और सिंगापुर से इसका क्या कनेक्शन है.
कब हुई थी Zepto की शुरुआत?
ज़ेप्टो एक भारतीय क्विक कॉमर्स कंपनी है जिसका हेडक्वार्टर मुंबई यानी भारत में है. इसकी स्थापना जुलाई 2021 में आदित पालीचा और कैवल्य वोहरा ने की थी. वर्तमान में कपनी बिजनेस टू बिजनेस यानी B2B मॉडल पर काम करती है. यह अपनी भारतीय सहायक कंपनी किरणकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के जरिए तमाम ब्रांडों से सामान खरीदती है.
कौन है शेयरहोल्डर्स और कितनी है हिस्सेदारी?
- Zepto में ज्यादातर शेयरहोल्डर्स विदेशी हैं.
- मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्मTracxn के मुताबिक जेप्टो में लगभग 65 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी शेयरधारकों की है.
- कंपनी में 35 फीसदी तक हिस्सेदारी घरेलू इंवेस्टर्स की है.
- शेयरहोल्डर्स में नेक्सस वेंचर पार्टनर्स, ग्लेड ब्रुक कैपिटल, स्टेप स्टोन ग्रुप और अन्य शामिल हैं.
- 1 अक्टूबर, 2024 तक नेक्सस वेंचर पार्टनर्स 18.6 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ फर्म का सबसे बड़ा निवेशक है.
- ग्लेड ब्रुक कैपिटल के पास 10.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
- स्टेपस्टोन ग्रुप के पास 9.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
सिंगापुर से क्या है कनेक्शन?
जेप्टो में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी ज्यादा है. इसकी होल्डिंग यूनिट सिंगापुर में हैं, जिसे कंपनी भारत ले जाने की तैयारी में है. इस सिलसिले में बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में कंपनी 19 जनवरी 2025 को बैठक करेगी, जिसमें आईपीओ के साइज, बैंकरों के चयन और ट्रांसफर को लेकर चर्चा होगी. इसके अलावा डोमिसाइल के लिए सिंगापुर से मंजूरी के बाद इसके रिवर्स मर्जर के संबंध में NCLT में 17 जनवरी को एक सुनवाई तय की गई है.
कितनी है कंपनी की वैल्यूएशन?
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून को समाप्त तिमाही में 29% हिस्सेदारी के साथ Zepto क्विक कॉमर्स क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. अगस्त 2024 तक, कंपनी की वैल्यूएशन 5 बिलियन डॉलर से ज्यादा है. यह भारत के दस महानगरीय क्षेत्रों में 250 से ज्यादा डार्क-स्टोर संचालित करती है.