Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल ने लिया बड़ा फैसला, 2026 तक बिना सैलरी के करेंगे काम
जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने 2026 के अंत तक 3.5 करोड़ रुपये के अपने सालाना वेतन को छोड़ने का फैसला लिया है. 2021 में उन्होंने इसी तरह का फैसला लिया था, जिसे अब दो साल के लिए और बढ़ा दिया है. 26 नवंबर को बंद हुई शेयर वैल्यू के आधार पर, जोमैटो में उनकी 6.7% हिस्सेदारी है.
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) के अंत तक 3.5 करोड़ रुपये के अपने सालाना वेतन को छोड़ने का फैसला लिया है. यह जानकारी कंपनी के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) डॉक्यूमेंट में दी गई है. 2021 में उन्होंने इसी तरह का फैसला लिया था, जिसे अब दो साल के लिए और बढ़ा दिया गया है. इस दौरान उन्हें वैरिएबल पे मिलेगा, लेकिन इसका निर्णय बोर्ड बाद में करेगा.
2026 तक नहीं लेंगे सैलरी
दीपिंदर गोयल ने अप्रैल 2021 से 36 महीने तक वेतन नहीं लेने का फैसला किया था, जिसकी समय-सीमा 2024 में समाप्त हो रही थी. लेकिन हाल ही में उन्होंने इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2026 तक कर दिया है. कंपनी के ऑफर डॉक्यूमेंट के अनुसार, गोयल ने 24 मार्च 2021 और 1 अप्रैल 2024 को लिखित रूप से बोर्ड को अपने फैसले के बारे में जानकारी दी थी. वेतन नहीं लेने के बावजूद, गोयल जोमैटो के एमडी और सीईओ के रूप में अपनी सभी जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे. हालांकि, वह वैरिएबल पे के हकदार होंगे, लेकिन इसका निर्णय बाद में बोर्ड द्वारा किया जाएगा.
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जोमैटो में हिस्सेदारी
दीपिंदर गोयल ने यह फैसला उस समय लिया है जब वह कंपनी के एक महत्वपूर्ण शेयरधारक बने हुए हैं. 26 नवंबर को बंद हुई शेयर वैल्यू के आधार पर, जोमैटो में उनकी 6.7% हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है. 2023 में जोमैटो के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया, और सालाना आधार पर इसमें 140% की बढ़ोतरी हुई.
जोमैटो का मार्केट पर्फामेंस
26 नवंबर तक, जोमैटो ने 2,45,243 करोड़ रुपये (लगभग 28.8 अरब डॉलर) का मार्केट कैपिटलाइजेशन हासिल किया है. इसके मुकाबले, हाल ही में लिस्टेड हुई जोमैटो की मुख्य प्रतिद्वंद्वी स्विगी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 99,845 करोड़ रुपये (लगभग 11.8 अरब डॉलर) है.