Zomato के CEO ने चीफ ऑफ़ स्टाफ़ हायरिंग पर दिया नया अपडेट, कहा भर्ती के लिए किसी ने नहीं चुकाए पैसे

ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने पिछले साल एक विवादास्‍पद पोस्‍ट शेयर किया था, जिसमें उन्‍होंने चीफ ऑफ स्‍टाफ की हायरिंग के लिए एक तय शुल्‍क चुकाने को कहा था, जिसका काफी विरोध हुआ था. हालांकि अब उन्‍होंने इस मसले पर नया अपडेट शेयर किया है.

zomato ceo new post on x Image Credit: freepik

Zomato CEO post on hiring: पिछले साल नवंबर में ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने एक विवादास्पद नौकरी का पोस्‍ट डालकर सबको चौका दिया था. उन्‍होंने पोस्‍ट में लिखा था कि उम्मीदवारों को 20 लाख रुपये का भुगतान करना होगा और एक साल तक बिना वेतन के काम करना होगा. उनकी इस टिप्‍पणी का लोगों और कॉरपोरेट जगत के दिग्‍गजों ने खूब विरोध किया था. इसी मामले में दीपिंदर गोयल ने एक और अपडेट पोस्‍ट किया है. उन्‍होंने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म x पर सफाई देते हुए कहा कि हमारे साथ काम करने के लिए किसी ने कुछ भी भुगतान नहीं किया है.

ज़ोमैटो के सीईओ ने चीफ ऑफ़ स्टाफ़ की भूमिका के लिए की जाने वाली हायरिंग मसले पर नया अपडेट शेयर किया है. उन्‍होंने पोस्‍ट में लिखा, कंपनी को चीफ ऑफ़ स्टाफ़ की भूमिका के लिए 18,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से 18 पहले ही ज़ोमैटो और ब्लिंकिट जैसी इसकी समूह कंपनियों में शामिल हो चुके हैं. उनके इसके लिए उन्‍हें अच्‍छी सैलरी भी दी जा रही है, और हमारे साथ काम करने के लिए किसी ने कुछ भी भुगतान नहीं किया है.”

पिछले पोस्‍ट से मचा था बवाल

बीते साल नवंबर में दीपिंदर गोयल ने पोस्‍ट में लिख था कि चीफ ऑफ़ स्टाफ़ टॉप मैनेजमेंट स्कूल से 2 साल की डिग्री से 10 गुना ज्यादा सीखने का अवसर प्रदान करेगा. साथ ही उनके साथ काम करने वाले और कंज्यूमर टेक के सबसे बेहतरीन लोगों के साथ काम करने का मौका देगा. उन्‍होंने इसके लिए उम्मीदवारों से पहले साल के लिए 20 लाख रुपये देने को कहा था, जिसे नॉन-प्रॉफिट ‘फीडिंग इंडिया’ को दान किया जाना था, जबकि कंपनी उम्मीदवार की पसंद के चैरिटी को 50 लाख रुपये दान करने की पेशकश कर रही थी. हालांकि उनके इस पोस्‍ट का कई कॉरपोरेट जगत के लोगों ने भी विरोध किया था. उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दीपिंदर गोयल के पिछले पोस्‍ट की आलोचना करते हुए इसे शोषणकारी बताया था.