EPFO के सदस्यों की संख्या में भारी बढ़ोतरी, केवल सितंबर महीने में जुड़े 18 लाख नए मेंबर

पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कुल सदस्यों की संख्या में करीब 59.86 प्रतिशत बढोत्तरी हुई और लगभग 11.26 लाख सदस्य जुड़े हैं. इनमें महाराष्ट्र पहले स्थान पर है. वहीं, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में इस दौरान संगठन से व्यक्तिगत रूप से पांच प्रतिशत से अधिक सदस्य जुड़े हैं.

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े नए सदस्य. Image Credit: Avishek Das/SOPA Images/LightRocket via Getty Images

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कर्मचारियों के भुगतान संबंधी सितंबर 2024 का प्रोविजनल पे-रोल डाटा जारी किया है. इसमें 18.81 लाख सदस्यों के जुड़ने का पता चला है. खास बात यह है कि सितंबर 2023 की तुलना में यह 9.33 फीसदी की वृद्धि है. ईपीएफओ में सितंबर 2024 के दौरान लगभग 9.47 लाख नए सदस्य शामिल हुए, जो पिछले वर्ष सितंबर 2023 की तुलना में 6.22 प्रतिशत अधिक है.

खास बात यह है कि सितंबर 2024 में जुड़े 59.95 प्रतिशत नए सदस्यों में अधिकांश 18 से 25 साल की उम्र के हैं. सितंबर 2024 में 18 से 25 साल की उम्र वाले लोगों का कुल पे-रोल डाटा 8.36 लाख है, जो सितंबर, 2023 के आंकड़ों की तुलना में 9.14 प्रतिशत अधिक है. पहले के रुझान के अनुरूप संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा और पहली नौकरी पाने वाले है.

फिर शामिल होने वाले सदस्य

पे-रोल आंकड़ों के मुताबिक, भविष्य निधि संगठन से बाहर निकले लगभग 14.10 लाख सदस्य इसमें दोबारा शामिल हुए हैं. सितंबर 2023 की तुलना में यह 18.19 प्रतिशत ज्यादा है. ये सदस्य नौकरी बदलने के बाद ईपीएफओ के दायरे के प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हुए और अंतिम राशि निपटान के आवेदन की बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना. उन्होंने दीर्घकालिक वित्तीय लाभ और अपनी सामाजिक सुरक्षा बनाए रखी.

महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी

अगर जेंडर की बात करें तो सितंबर 2024 में ईपीएफओ में नए जुड़े सदस्यों में से लगभग 2.47 लाख महिला कर्मचारी हैं. सितंबर 2023 की तुलना में यह 9.11 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है. खास बात यह है इस दौरान लगभग 3.70 लाख महिला कर्मचारी संगठन से जुड़ीं, जो सितंबर 2023 की तुलना में 12.11 प्रतिशत की वृद्धि है.

ये भी पढ़ें- लगातार 2 दिन चढ़ने के बाद फिर गिरा सोने का भाव, चांदी भी सस्ती

इन राज्यों से ज्यादा जुड़े सदस्य

खास बात यह है कि पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कुल सदस्यों की संख्या में करीब 59.86 प्रतिशत बढोत्तरी हुई और लगभग 11.26 लाख सदस्य जुड़े हैं. इनमें महाराष्ट्र पहले स्थान पर है. वहीं, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में इस दौरान संगठन से व्यक्तिगत रूप से पांच प्रतिशत से अधिक सदस्य जुड़े हैं.

ये भी पढ़ें- इस स्‍टॉक ने लिस्टिंग से अब तक दिया 8,830 फीसदी का रिटर्न, अजय देवगन के पास भी हैं शेयर