विदेशों में भी हो रही महाकुंभ की चर्चा, अमेरिका और कनाडा सहित 183 देशों के लोग पोर्टल पर पहुंचे
महाकुंभ के बारे में जानने के लिए विदेशी भी सर्च कर रहे हैं. आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर विजिट करने वालों में सबसे अधिक भारतीय हैं. इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी जैसे देश शामिल हैं. वेबसाइ़़ट पर गेस्ट हाउस, होटल और टेंट सिटी की भी जानकारी उपलब्ध हैं.
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन के चलते भक्तिमय हो गया है. अभी से ही मेला परिसर में देश के साथ-साथ विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि विदेशी लोग भी महाकुंभ में काफी रुचि ले रहे हैं. महाकुंभ से संबंधित अधिक जानकारी जुटाने के लिए विदेशी श्रद्धालु महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर विजिट कर रहे हैं. अभी तक 186 देशों के लोग इस वेबसाइट पर विजिट कर चुके हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 6 अक्टूबर को महाकुंभ मेला की आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ को लॉन्च किया था. इस वेबसाइट पर मेला से संबंधित सभी तरह की जानकारियां अपडेट की जा रही हैं. ताकि लोगों को कुंभ मेला की तैयारियों की जानकारी मिल सके. लॉन्च होने के बाद से 4 जनवरी तक इस वेबसाइट पर पर 183 देशों और 6,200 शहरों से 33 लाख से अधिक श्रद्धालु विजिट कर चुके हैं. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं, इस महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता की औलोकिक गाथा कहां तक फैली हुई है.
इन देशों से ज्यादा लोग आए
बड़ी बात यह है कि आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर विजिट करने वालों में सबसे अधिक भारतीय हैं. इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी जैसे देश शामिल हैं. सरकार के प्रवक्ता शिशिर सिंह ने कहा कि महाकुंभ 2025 वेबसाइट केवल एक पोर्टल नहीं है, बल्कि एक गहन आध्यात्मिक यात्रा का प्रवेश द्वार है.
वेबसाइट की निगरानी करने वाली सरकारी पीआर टीम के सदस्य श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि इस वेबसाइड के माध्यम से, भक्त महाकुंभ के बारे में जानकारी ले कर सकते हैं, जिसमें इसकी परंपराएं, आध्यात्मिक महत्व, प्रमुख आकर्षण और यात्रा विकल्प शामिल हैं. हमने इसे लाखों लोगों के लिए एक सहज डिजिटल अनुभव सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया है, चाहे वे अपनी यात्रा की योजना बना रहे हों या केवल आयोजन के बारे में जानना चाहते हों.
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वेबसाइट पर इस तरह की जानकारी
उन्होंने कहा कि इस वेबसाइट पर कुंभ की परंपराओं, अनुष्ठानों और आध्यात्मिक महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है. यह आयोजन के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सार को समझाता है, जिससे भक्तों के लिए आध्यात्मिक यात्रा में खुद को डुबोना आसान हो जाता है. मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी जैसी प्रमुख स्नान तिथियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, क्योंकि इन पर सबसे अधिक भीड़ आने की उम्मीद है.
इसके अलावा वेबसाइ़़ट पर गेस्ट हाउस, होटल और टेंट सिटी की भी जानकारी उपलब्ध हैं. खास बात यह है कि होटल और गेस्ट हाउस के किराए के बारी में भी पूरी डिटेल्स वेबसाइट पर दी गई है. श्रद्धालु अपने बजट के अनुसार टेंट सिटी में कमरा लेकर रह सकते हैं. इसके अलावा, यह वेबसाइट प्रयागराज के बुनियादी ढांचे और पर्यटक-अनुकूल विकास के बारे में नियमित अपडेट पेश करती है.
क्या कहते हैं श्रद्धालु
मंनीकंट्रोल के मुताबिक, अमेरिका की योग उत्साही एमिली जॉनसन ने कहा कि वेबसाइट ने मेरे लिए परंपराओं को समझना और अपनी यात्रा की योजना बनाना आसान बना दिया. यह देखना दिलचस्प है कि आधुनिक तकनीक किस तरह प्राचीन प्रथाओं को संरक्षित कर रही है. वाराणसी के व्यवसायी राजेश कुमार जैसे भारतीय भक्तों के लिए, पोर्टल ने अनुभव को सरल बना दिया है. उन्होंने कहा कि इसमें मेरी ज़रूरत की हर चीज़ है, महत्वपूर्ण तिथियों से लेकर आवास बुकिंग तक.
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