अमरावती बनेगा दुनिया का पहला रिन्यूएबल एनर्जी वाला शहर, पीएम मोदी रख सकते हैं आधारशिला

आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती को पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी से चलाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. सोलर, विंड और वाटर एनर्जी से चलने वाला यह शहर दुनिया का पहला ऐसा ग्रीन सिटी मॉडल बन सकता है.

ग्रीन एनर्जी की राह पर अमरावती Image Credit: @Money9live

Green Energy Amaravati: आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती को अब देश का सबसे खास और अनोखा शहर बनाने की तैयारी चल रही है. सरकार की योजना है कि अमरावती को ऐसा शहर बनाया जाए जो पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी से चले. मतलब, शहर में जितनी भी बिजली की जरूरत होगी, वह सब सोलर (सूरज की रोशनी), विंड (हवा), और वाटर एनर्जी जैसे प्राकृतिक सोर्स से पूरी की जाएगी. इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 2,700 मेगावाट की ग्रीन एनर्जी को बनाने की योजना शहर कई कार्यों में बिजली जरूरत को कम कर देगी. यह शहर दुनिया का पहला ऐसा शहर बनने की दिशा में बढ़ रहा है, जो 100 फीसदी ग्रीन एनर्जी पर चलेगा.

65,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट

आंध्र प्रदेश के कृष्णा नदी तट पर ग्रीनफील्ड राजधानी शहर की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी इस महीने रख सकते हैं. 65,000 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट 217 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इसमें आंध्रे प्रदेश राजधानी क्षेत्र 8,352 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इस खास योजना के तहत अमरावती में कई जरूरी बदलाव किए जाएंगे. पूरे शहर में सोलर पैनल, स्मार्ट बिजली ग्रिड, और बैटरी स्टोरेज सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि बिजली का सही इस्तेमाल हो और साथ ही बचत भी किया जा सके.

पब्लिक ट्रासपोर्ट में भी होगी तब्दीली

इससे इतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट (जैसे बस) को भी इलेक्ट्रिक बनाया जाएगा ताकि डीजल और पेट्रोल का इस्तेमाल काफी हद तक कम करके एक समय के बाद बंद किया जा सके. शहर की सड़क लाइट, सरकारी दफ्तर, और पानी की सप्लाई जैसी सभी सेवाएं भी सोलर एनर्जी से चलाए जाने की तैयारी है. इस कदम से बिजली की बचत होगी साथ ही प्रदूषण का स्तर भी काफी हद तक कम होगा.

पहला शहर बनेगा

यह प्रोजेक्ट देश और दुनिया के लिए एक मिसाल बन सकता है. अमरावती का यह मॉडल अगर सफल होता है, तो भारत के दूसरे शहर भी इसी राह पर आगे बढ़ सकते हैं. सरकार को उम्मीद है कि इस पहल से ना सिर्फ पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि देश को ग्रीन एनर्जी लीडर बनने में भी मदद मिलेगी. यह पहल जलवायु परिवर्तन (climate change) से लड़ने की दिशा में भारत का एक बड़ा कदम है. अमरावती आने वाले समय में एक स्मार्ट, टिकाऊ और साफ-सुथरा शहर बनकर दुनिया को दिखाएगा कि कैसे तकनीक और प्रकृति साथ चल सकती हैं.