रतन टाटा को जो अपनी कर्मस्थली में नहीं मिला, वो इस शहर ने दे दिया, जाने क्या किया

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की कि जागी रोड में बनने वाली इलेक्ट्रॉनिक सिटी का नाम 'रतन टाटा इलेक्ट्रॉनिक सिटी' होगा, जो भारत के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट की मेजबानी करेगा. टाटा ग्रुप के इस निवेश को असम के औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी कदम बताया गया. रतन टाटा का असम से गहरा नाता रहा है, जिसमें चाय उद्योग, कैंसर इलाज में सहयोग और 2022 में मिला 'असम वैभव' सम्मान शामिल है.

दिवंगत रतन टाटा को असम में मिला बड़ा सम्मान. Image Credit: @tv9

Ratan Tata Electronic City: उद्योगपति रतन टाटा का निधन 9 अक्तूबर, 2024 को उनकी कर्मस्थली मुंबई में हुआ था. उनके निधन के बाद मुंबई में उनको वो चीन नहीं मिली, जो उन्हें असम में मिली है. क्योंकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की है कि जागी रोड में बनने वाले इलेक्ट्रॉनिक सिटी का नाम उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा के नाम पर रखा जाएगा. यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी भारत के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट की मेजबानी करेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले को कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी गई है, जो दिवंगत रतन टाटा को सम्मान देने के लिए लिया गया है. मुख्यमंत्री सरमा के अनुसार, रतन टाटा द्वारा असम में सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने का निर्णय राज्य के लिए गेम चेंजर साबित हुआ है. सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि टाटा ग्रुप और दिवंगत रतन टाटा के योगदान को सम्मान देने के लिए राज्य कैबिनेट ने सेमीकंडक्टर प्लांट, इलेक्ट्रॉनिक पार्क और प्रस्तावित इलेक्ट्रॉनिक सिटी टाउनशिप के पूरे क्षेत्र का नाम ‘रतन टाटा इलेक्ट्रॉनिक सिटी’ रखने का फैसला किया है.

रतन टाटा का साहसिक फैसला

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि अगर रतन टाटा ने असम में सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने का साहसिक फैसला नहीं लिया होता, तो अन्य प्रमुख उद्योगपतियों की असम में निवेश को लेकर इतनी दिलचस्पी और सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं देखने को मिलती. उन्होंने कहा कि आगामी इलेक्ट्रॉनिक सिटी पूर्वोत्तर का पहला शहर होगा, जो सेमीकंडक्टर और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स पर ध्यान केंद्रित करेगा.

2022 में मिला असम का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

रतन टाटा का असम से गहरा नाता रहा है, जहां टाटा ग्रुप ने चाय उद्योग में अपने शुरुआती निवेश किए थे. हाल ही में, 27,000 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाला चिप असेंबली प्लांट असम को सेमीकंडक्टर हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. 2022 में, रतन टाटा को असम का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘असम वैभव’ से सम्मानित किया गया था. वहीं, दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा ने असम में कैंसर के इलाज को बेहतर बनाने में भी अहम योगदान दिया था. उन्होंने इस प्रोजेक्ट की कल्पना असम को कैंसर से लड़ने में मदद करने के लिए की थी, खासकर उन गरीब मरीजों के लिए, जो महंगा इलाज नहीं करा सकते थे.