Budget 2025: अश्विनी वैष्णव बोले बजट में रेलवे सेफ्टी नंबर 1 प्रायोरिटी, जल्द ट्रैक पर होगी वंदे भारत स्लीपर
Budget 2025: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि आगामी बजट में रेलवे सेफ्टी को नंबर 1 प्रायोरिटी पर रखा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वंदे भारत स्लीपर की टेस्टिंग जारी है. जल्द ही ये ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती नजर आएगी.
Budget 2025 में रेलवे के लिए होने वाले बजट आवंटन पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है इस बार रेल बजट का एक बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए होगा. स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में शिरकत कर रहे वैष्णव ने बताया कि उन्होंने वहां स्विस फेडरल रेलवे (SBB) के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक भी की है. इस दौरान रेलवे सेफ्टी से संबंधित टेक्नोलॉजी और मेंटेनेंस प्रैक्टिस पर विस्तार से चर्चा हुई.
इसके अलावा आगामी बजट में रेलवे बजट पर उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्ष में सरकार ने रेलवे की सेफ्टी पर खास ध्यान दिया है. इस बार भी रेल बजट का बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए आवंटित किया जाएगा. मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में वैष्णव ने कहा कि रेल नेटवर्क के विस्तार, रेलवे के आधुनिकीकरण के साथ ही सेफ्टी प्रायोरिटी है.
सेफ्टी पर 1.8 लाख खर्च
वैष्णव ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में रेलवे सेफ्टी पर सरकार ने लगातार खर्च को बढ़ाया है. पिछले वित्त वर्ष में भी सेफ्टी पर 1.8 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. सेफ्टी पर होने वाले खर्च को सरकार आगे भी जारी रखेगी. इसके साथ ही वैष्णव ने बताया कि पिछले वर्ष जो रेल बजट जारी हुआ उसका 76 फीसदी हिस्सा 2024-25 के पहले 9 महीने में ही इस्तेमाल कर लिया गया.
वंदे भारत स्लीपर में जल्द शुरू होगा सफर
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की टेस्टिंग चल रही है. जल्द ही इन्हें ट्रैक पर उतारा जाएगा, जिसके बाद लोग इनमें सफर कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि वंदे भारत चेयर कार ट्रेनों के लिए पॉजिटिव प्रतिक्रिया मिली है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नमो भारत 2.0 ट्रेन भी जल्द ही लॉन्च की जाएंगी.
कहां खर्च हुई पिछले बजट की राशि
मंत्रालय की तरफ से अलग-अलग समय पर दी गई जानकारी के मुताबिक बुनियादी ढांचे के निर्माण पर बजटीय सहायता से 1.91 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं. केंद्र सरकार के खजाने से मंत्रालय को आवंटित 2.52 लाख करोड़ रुपये में से 81,713 करोड़ रुपये क्षमता वृद्धि पर खर्च किए गए हैं, जो नई लाइनों, दोहरीकरण और विस्तार कार्यों के लिए आवंटित बजट का 68 प्रतिशत है. इसके अलावा लेवल क्रॉसिंग, ओवर और अंडर ब्रिज, ट्रैक नवीनीकरण, पुल और सिग्नलिंग जैसे सुरक्षा संबंधी कार्यों पर 34,414 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय बजट 2025-26 में रेल बजट में 15-18 फीसदी बढ़ोतरी हो सकती है. यह बढ़कर 2.9 लाख करोड़ से 3 लाख करोड़ तक हो सकता है.
स्विस प्रतिनिधिमंडल से हुई भेंट
वैष्णव ने अपने एक्स पर पर बताया कि उन्होंने WEF से इतर स्विस फेडरल रेलवे के एक प्रतिनिधिमंडल से बात की, जिसमें खासतौर पर सेफ्टी से जुड़े मुद्दों पर बात हुई. वैष्णव ने कहा, “मैंने स्विज रेलवे प्रतिनिधिमंडल के साथ पूरा दिन बिताया और उनके रखरखाव के तौर-तरीकों को समझा. मैंने जाना कि पटरियों का रखरखाव कैसे किया जाता है, वे कितनी बार पटरियों को बदलते हैं.