Budget 2025: उद्योग जगत से लेकर MSMEs सेक्टर्स तक, जानें बजट से एक्सपर्ट्स को क्या हैं उम्मीदें
इस बजट से उद्योग जगत को भरोसा है कि सरकार लोगों के हाथों में ज्यादा पैसा पहुंचाने, पूंजीगत खर्च बढ़ाने, हाउसिंग सेक्टर को राहत देने और टेक्नोलॉजी में नए इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठा सकती है. आइए जानते हैं आगामी बजट को लेकर एक्सपर्ट्स ने क्या उम्मीद रखी है.
Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी. इस बजट से कई सेक्टर्स को बड़ी उम्मीदें हैं. इसमें देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने, मिडिल क्लास को राहत देने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने और आसानी से बिजनेस शुरू करने जैसे मुद्दे शामिल हैं. उद्योग जगत को भरोसा है कि सरकार लोगों के हाथों में ज्यादा पैसा देने, कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ाने, हाउसिंग सेक्टर को राहत देने और टेक्नोलॉजी में नए इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठा सकती है. आइए जानते हैं आगामी बजट को लेकर एक्सपर्ट्स ने क्या उम्मीद रखी है.
100% FDI की उम्मीद
खेतान एंड कंपनी के पार्टनर मोइन लाधा का कहना है कि बजट में फॉरेन इन्वेस्टमेंट पॉलिसी में बदलाव और इसके अनुपालन को सरल बनाने तथा इन सेक्टर्स में महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव देखने को मिल सकता हैं. उन्होंने कहा कि इंश्योरेंस सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट यानी FDI की सीमा को 74% से बढ़ाकर 100% करने का प्रस्ताव इस बजट में आ सकता है.
मिडिल क्लास को राहत की उम्मीद
एंड्रोमेडा सेल्स एंड डिस्ट्रीब्यूशन के को-सीईओ राउल कपूर का कहना है कि इस बजट में मिडिल क्लास को राहत मिल सकती है. उन्होंने कहा कि ये क्लास फिलहाल घरेलू खर्च और महंगाई से जूझ रहा है. साथ ही उन्होंने होम लोन इंटरेस्ट पेमेंट पर कर छूट की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाने की मांग की, क्योंकि यह सीमा 2014 से नहीं बदली है.
साइबर सुरक्षा और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर
इवेंटस सिक्योरिटी के संस्थापक सुनील सप्रा ने कहा कि सरकार को साइबर सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने को लेकर सुझाव दिया है. उन्होंने कहा सरकार को साइबर सुरक्षा को लेकर ध्यान देना चाहिए, ऐसे में इन्हें इन सेक्टर्स में निवेश को प्राथमिकता देनी चाहिए. वहीं, नियोसॉफ्ट के निदेशक निशांत राठी ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर, 5जी और हाई-स्पीड इंटरनेट पर निवेश बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.
महिला सशक्तिकरण और MSMEs के लिए कदम
एप्सिलॉन मनी के सह-संस्थापक अभिषेक देव ने महिलाओं को वित्तीय क्षेत्र में प्रोत्साहन देने और एमएसएमई समाधान प्रणाली को और प्रभावी बनाने की मांग की.
ड्रोन और बैटरी निर्माण को प्रोत्साहन
स्काई एयर के सीईओ अंकित कुमार ने लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत उपायों की मांग की. वहीं, लोहेया के सीईओ आयुष लोहेया ने स्थानीय बैटरी निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल नीतियां और सब्सिडी की आवश्यकता पर बल दिया.
Startups को समर्थन
वहीं क्रिमसन स्कूल्स के सह-संस्थापक जसमीत सिंह छाबड़ा ने शिक्षा क्षेत्र में एफडीआई और बाहरी वाणिज्यिक उधार (ECB) पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की.