Budget 2025: सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स PLI, सेमीकॉन और AI के लिए 84 फीसदी बढ़ाया बजट, जानें कितनी है रकम

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को आम बजट 2025 पेश किया. सरकार ने इस बार इलेक्ट्रॉनिक्स PLI, सेमीकॉन और AI के लिए आवंटित बजट में 84 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इसके बाद आवंटन राशि बढ़ाकर 18,000 करोड़ रुपये हो गई.

बजट 2025 में इंडस्ट्री के लिए क्या है खास.

India Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को आम बजट 2025 पेश किया. इस बजट में सरकार ने मोबाइल फोन, आईटी हार्डवेयर, टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट, सेमीकंडक्टर स्कीम और इंडिया एआई मिशन के जुड़े प्रोत्साहनों के लिए बजट आवंटन में लगभग 84 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही इन सेक्टर के लिए आवंटन राशि बढ़ाकर 18,000 करोड़ रुपये हो गई.

पीटीआई के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की परियोजना के लिए संशोधित आवंटन लगभग 9,766 करोड़ रुपये है. वहीं, इंडियाएआई मिशन के लिए आवंटन 11 गुना बढ़ाकर 2,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इंडियाएआई मिशन देश के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) परिवेश के विकास की अगुवाई कर रहा है, जिसमें कंप्यूटर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना शामिल है.

ये भी पढ़ें- Budget 2025-26: खर्चा बढ़ाया, टैक्स घटाया, 15 लाख करोड़ का घाटा! कैसे काबू में आएगा फिस्कल डेफिसिट?

पीएलआई योजना के लिए आवंटन राशि

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय के लिए कुल आवंटन चालू वित्त वर्ष के संशोधित आवंटन के तहत 17,566.31 करोड़ रुपये के मुकाबले 2025-26 के लिए लगभग 48 प्रतिशत बढ़ाकर 26,026.25 करोड़ रुपये कर दिया गया है. बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना के लिए 8,885 करोड़ रुपये का सबसे अधिक आवंटन किया गया है. यह मोबाइल फोन के उत्पादन पर केंद्रित है. इस योजना के तहत लाभार्थियों में एप्पल विक्रेता फॉक्सकॉन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, लावा इंटरनेशनल आदि शामिल हैं.

सेमीकंडक्टर के लिए आवंटन राशि दोगुना

सेमीकंडक्टर परियोजनाओं के लिए आवंटन को चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित आवंटन 1,200 करोड़ रुपये से दोगुना से अधिक करते हुए 2025-26 के लिए 2,499.96 करोड़ रुपये कर दिया गया है. सरकार को विभिन्न सेमीकंडक्टर परियोजनाओं के लिए कुल 1.52 लाख करोड़ रुपये की निवेश कमिटमेंट प्राप्त हुई है.

ये भी पढ़ें- Budget 2025-26: खर्चा बढ़ाया, टैक्स घटाया, 15 लाख करोड़ का घाटा! कैसे काबू में आएगा फिस्कल डेफिसिट?