47 दवाइयों के सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी

Monthly Drug Alert: स्टेट ड्रग्स टेस्टिंग लेबोरेटरीज ने 56 दवाई के सैंपल की पहचान NSQ के रूप में की है. NSQ, गलत ब्रांड वाली और नकली दवाओं की पहचान करने की यह कार्रवाई राज्य नियामकों के सहयोग से नियमित रूप से की जाती है.

मंथली ड्रग अलर्ट Image Credit: Getty image

Monthly Drug Alert: स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि फरवरी के अपने मंथली ड्रग अलर्ट में सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी ने अलग-अलग कंपनियों की बनाए 47 दवाइयों के सैंपल को स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) के अनुरूप नहीं पाया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा, स्टेट ड्रग्स टेस्टिंग लेबोरेटरीज ने 56 दवाई के सैंपल की पहचान NSQ के रूप में की है. नियमित रेगुलेटरी मॉनिटरिंग के अनुसार, NSQ दवाओं की सूची हर महीने सेंट्रल ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी पोर्टल पर प्रदर्शित की जाती है.

दवाइयों के सैंपल

अधिकारियों ने बताया कि NSQ के रूप में दवाइयों के सैंपल की पहचान एक या दूसरे तय क्वालिटी स्टैंडर्ड में दवा के नमूने की विफलता के आधार पर की जाती है. एक अधिकारी ने बताया कि विफलता सरकारी प्रयोगशाला द्वारा परीक्षण किए गए बैच के दवा उत्पादों के लिए स्पेसिफिक है और यह बाजार में उपलब्ध अन्य दवा प्रोडक्ट के बारे में किसी भी चिंता का विषय नहीं है.

नकली दवाइयों की पहचान

फरवरी 2024 में पश्चिम बंगाल से एक दवा के नमूने की पहचान नकली के रूप में की गई थी और इसे किसी अन्य कंपनी के स्वामित्व वाले ब्रांड नाम का उपयोग करके अनधिकृत निर्माता द्वारा बनाया गया था. मामले की जांच और कार्रवाई की जा रही है.

उन्होंने कहा कि NSQ, गलत ब्रांड वाली और नकली दवाओं की पहचान करने की यह कार्रवाई राज्य नियामकों के सहयोग से नियमित रूप से की जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन दवाओं की पहचान की जाए और उन्हें बाजार से हटाया जाए.

महंगी होंगी ये दवाइयां

एक अप्रैल से पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, एंटी-इंफेक्टिव, एंटी-डायबिटिक और कैंसर जैसी आवश्यक दवाइयां महंगी होने जा रही हैं. सरकार ने राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची (NLEM) में शामिल दवाओं की कीमतों में 1.74 फीसदी के इजाके मंजूरी दी है. ड्रग्स प्राइस कंट्रोल ऑर्डर (DPCO) 2013 के प्रावधानों के तहत मैन्यूफैक्चरर दवाओं के कीमतों में इजाफा कर सकते हैं.

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