सरकार ने LPG के लिए गैस अलॉटमेंट घटाया, क्या महंगा होगा घरेलू सिलेंडर!

सरकार ने LPG उत्पादन के लिए दी जाने वाली प्राकृतिक गैस का आवंटन घटाकर सिटी गैस कंपनियों को CNG और पाइप्ड कुकिंग गैस की सप्लाई बढ़ाने का फैसला किया है. अक्टूबर-नवंबर में गैस कटौती से CNG के दाम बढ़े थे. अब GAIL और ONGC को LPG उत्पादन के लिए महंगी गैस उपयोग करना होगा.

सरकार ने LPG सिलेंडर बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली प्राकृतिक गैस का आवंटन घटा दिया है.

सरकार ने LPG सिलेंडर बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली प्राकृतिक गैस का आवंटन घटा दिया है. यह गैस अब सस्ती कीमत पर सिटी गैस कंपनियों को दी जा रही है, जैसे इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) और अडानी-टोटल गैस लिमिटेड. ये कंपनियां CNG और घरों में पाइप के जरिए कुकिंग गैस सप्लाई करती हैं.

अक्टूबर और नवंबर 2024 में पुराने गैस क्षेत्रों से सिटी गैस रिटेलर्स को मिलने वाली गैस में 40% की कटौती कर दी गई थी. इस वजह से CNG के दाम 2-3 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गए थे.

गैस आवंटन में बदलाव

मुद्दे को सुलझाने के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 31 दिसंबर को गैस के आवंटन में बदलाव का आदेश जारी किया. GAIL और ONGC को LPG उत्पादन के लिए मिलने वाली गैस को कम कर सिटी गैस कंपनियों को देने को कहा गया था.

जनवरी से मार्च के बीच LPG उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाली कुल 2.55 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर गैस में से 1.27 mmscmd गैस अब सिटी गैस क्षेत्र को दी जाएगी. GAIL और ONGC को LPG बनाने के लिए अब महंगी गैस या आयात की हुई LNG खरीदनी पड़ेगी.

घरेलू LPG सिलेंडर पर असर

घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में फिलहाल कोई बढ़ोतरी नहीं होगी क्योंकि सरकार LPG उत्पादन में बढ़े हुए खर्च को सब्सिडी देकर पूरा करेगी.

जनवरी तक राहत की उम्मीद

सिटी गैस कंपनियों को मध्य जनवरी से गैस की ज्यादा सप्लाई मिलने लगेगी. इसके अलावा, नए जगह और ONGC के रामनाड क्षेत्र से मिलने वाली गैस से सप्लाई से स्थिति और बेहतर होने की उम्मीद है. हालांकि, पुराने गैस क्षेत्रों से गैस उत्पादन हर साल लगभग 5% घट रहा है. इस वजह से सिटी गैस कंपनियों को मिलने वाली सप्लाई कम हो रही थी, जिसे अब आंशिक रूप से बहाल किया गया है.