चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मिली मंजूरी, 63,246 करोड़ रुपये आएगी लागत
चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण के तहत तीन कॉरिडोर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसके लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया.
चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण के तहत तीन कॉरिडोर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसके लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपसे मेरी पिछली मुलाकात के दौरान हमारे अनुरोध को स्वीकार करने और चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मंजूरी देने के लिए धन्यवाद. तमिलनाडु के लोगों की यह लंबे समय से लंबित मांग अब पूरी हो गई है, हमें विश्वास है कि परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी!”
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण के तहत तीन कॉरिडोर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इससे राज्यों में खुशी की लहर है. लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं है. सरकार ने कहा कि स्वीकृत लाइनों की कुल लंबाई 118.9 किलोमीटर होगी और इसमें 128 मेट्रो स्टेशन होंगे. तीन कॉरिडोर में माधवरम से एसआईपीसीओटी शामिल है. कुल लंबाई 45.8 किलोमीटर है. साथ ही इसमें 50 मेट्रो स्टेशन हैं. लाइटहाउस से पूनमल्ले बाईपास 26.1 किलोमीटर लंबा है. इसमें 30 स्टेशन हैं. परियोजना की लागत 63,246 करोड़ रुपये है.
कॉरिडोर के डिटेल्स इस प्रकार है:
- माधवरम-सिपकोट (45.8 किमी, 50 स्टेशन)
- लाइटहाउस-पूनमल्ले बाईपास (26.1 किमी, 30 स्टेशन)
- तीसरा कॉरिडोर (कुल लंबाई और स्टेशनों की संख्या अभी तक घोषित नहीं)
इस परियोजना से कई लाभ हो सकते है. इससे शहर के यातायात को सुगम बन सकेगा. साथ ही विकास और आर्थिक वृद्धि में भी योगदान मिलेगा. पर्यावरण अनुकूल परिवहन विकल्प होगा. सबसे महत्वपूर्ण लोगों की दैनिक यात्रा को आसान बन सकेगा.