भीषण गर्मी और लू से बचाने के लिए CM योगी की खास तैयारी, पब्लिक प्लेस पर इस तरह की होगी व्यवस्था

उत्तर प्रदेश सरकार ने हीटवेव से निपटने के लिए व्यापक कार्ययोजना लागू की है. मजदूरों की सुरक्षा, स्वास्थ्य जांच, पानी की व्यवस्था, शेल्टर होम, और जनजागरूकता अभियान पर खास फोकस रहेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं और जिलावार अनुपालन रिपोर्ट मांगी है. मोबाइल टीमें रोज की निगरानी करेंगी.

लू और गर्मी से बचाने के लिए खास तैयारी. Image Credit: @tv9

Heatwave: भीषण गर्मी और लू से बचाव करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सारी तैयारी कर ली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संबंधित विभागों को एक विस्तृत कार्ययोजना लागू करने के निर्देश दिए हैं. यह जानकारी रविवार को जारी एक सरकारी बयान में दी गई. बयान में कहा गया है कि मार्च से जून 2024 के बीच यूपी में पिछले दस सालों में सबसे ज्यादा हीटवेव (लू) वाले दिन देखने को मिले थे. इसलिए प्रशानस इस बार पहले से ही अलर्ट हो गया है.

भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मई के मध्य तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रह सकता है. इस पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य, शहरी विकास, श्रम, पशुपालन और ग्रामीण विकास विभागों के साथ मिलकर एक बहु-स्तरीय रणनीति तैयार की है. इस योजना में मजदूरों के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच, सड़कों पर पानी का छिड़काव, पार्कों और कार्यस्थलों पर छायादार स्थानों की व्यवस्था और जानवरों के लिए आश्रय व इलाज की सुविधा शामिल है.

ये भी पढ़ें- अंबेडकर जयंती 2025: 14 अप्रैल को क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद? जानिए सबकुछ

डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए खास उपाय

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं बाहर काम करने वाले मजदूरों को लू, थकान और डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए खास ध्यान दिया जा रहा है. पूरे राज्य में औद्योगिक और निर्माण स्थलों पर हेल्थ कैंप लगाए जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संबंधित विभागों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हीटवेव से बचाव के लिए बनाए गए एक्शन प्लान का सख्ती से पालन हो. उन्होंने साफ कहा है कि शेल्टर होम चलाने, पीने के पानी की व्यवस्था बनाए रखने और जागरूकता अभियान चलाने में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ये भी पढ़ें- Weather Updates: दिल्ली में फिर लौटेगी गर्म हवाओं का दौर, इन राज्यों के लिए ऑरेन्ज अलर्ट जारी

जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे

मुख्यमंत्री ने योजना के लागू होने की जमीनी स्तर पर जांच कराने के निर्देश दिए हैं और सभी जिलों से इसकी अनुपालना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. लोगों को लू, थकान और डिहाइड्रेशन जैसी गर्मी से जुड़ी बीमारियों के लक्षण और प्राथमिक इलाज के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे. इसके अलावा, हर दिन की स्थिति पर नजर रखने और समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी.