अब 6 घंटे में पहुंचिए वैष्णो देवी, दिल्ली से तैयार हो रहा है नया एक्सप्रेस-वे

वैष्णो देवी जाने वाले यात्री कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे से कैथल जिले में पंजाब सीमा तक 135 किलोमीटर लंबे इस खंड पर अब यात्रा कर सकेंगे. खास बात यह है कि इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि पंजाब में लगभग 261 किलोमीटर लंबे खंड पर निर्माण का काम अभी भी चल रहा है.

दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां भर रहीं रफ्तार. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: Dilip Bhoye/Moment/Getty Images

अगर आप स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. क्योंकि दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड आम यात्रियों के लिए खोल दिया गया है. इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली से अमृतसर होते हुए कटरा तक जाना आसान हो गया है. कहा जा रहा है कि अब यात्री सड़क मार्ग से महज 6 घंटे में ही वैष्णो देवी पहुंच सकते हैं.

दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 669 किलोमीटर है. अगर एक्सप्रेसवे पूरी तरह चालू हो जाती है, तो दिल्ली से कटरा जाने का समय लगभग 6 घंटे कम हो जाएगा. इसका मतलब है कि यात्री सुबह 6 बजे दिल्ली से निकलकर दोपहर तक कटरा पहुंच सकेंगे. यानी दोपहर 12 से 1 बजे तक वे कटरा पहुंच जाएंगे.

वैष्णो देवी जाने वाले यात्री कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे से कैथल जिले में पंजाब सीमा तक 135 किलोमीटर लंबे इस खंड पर अब यात्रा कर सकेंगे. खास बात यह है कि इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि पंजाब में लगभग 261 किलोमीटर लंबे खंड पर निर्माण का काम अभी भी चल रहा है, लेकिन 135 किलोमीटर लंबे खंड पर टोल वसूली शुरू हो गई है.

जानें एक्सप्रेसवे की खासियत

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड यात्रियों के लिए अभी-अभी खुला है, जो दिल्ली-अमृतसर-कटरा कॉरिडोर में एक महत्वपूर्ण कड़ी है. इससे यात्रा करने पर समय की काफी बचत होगी. अगर इस एक्सप्रेसवे की खासियत की बात करें तो आवारा जानवरों को आने से रोकने के लिए सड़क के किनारे मजबूत रेलिंग लगाया गया है.

इन गाड़ियों पर है प्रतिबंध

खास बात यह है कि इस नए एक्सप्रेसवे को हाई-स्पीड यात्रा के लिए चार लेन के साथ डिज़ाइन किया गया है. इसके ऊपर हल्के वाहन 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकते हैं, जबकि भारी वाहनों की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा तक सीमित है. बड़ी बात यह है कि सड़क पर लगने वाले जाम और यात्रियों की परेशानी को दूर करने के लिए पारंपरिक टोल बूथों को बंद कर दिया गया है. इनकी जगह पर मॉडर्न टोल संग्रह प्रणाली शुरू की गई है. खास बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे पर मोटरसाइकिल और ऑटो-रिक्शा को चलने से प्रतिबंधित किया गया है.

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इतनी हैं टोल दरें

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