सावधान! दिल्ली में पुरानी गाड़ियां कर सकती हैं कंगाल, सरकार की इस सिस्टम से तुरंत कटेगा चालान
तय समय से पुरानी गाड़ियों को दिल्ली परिवहन विभाग अब करेगी जब्त. डीजल और पेट्रोल पर चलने वाली गाड़ियां जिनकी उम्र क्रमश: 10 साल और 15 साल हो चुकी हैं उन्हें सरकार ने जब्त करने की पूरी तैयारी कर ली है. देखें कितना कटेगा चालान और सरकार कैसे पहचानेगी पुरानी गाड़ियों को.
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए जारी अपने पुराने अभियान को फिर से शुरू कर दिया है. तय समय से पुरानी गाड़ियों को अब दिल्ली में जब्त कर लिया जाएगा. डीजल और पेट्रोल पर चलने वाली गाड़ियां जिनकी उम्र क्रमश: 10 साल और 15 साल हो चुकी हैं उन्हें सरकार ने जब्त करने की पूरी तैयारी कर ली है.
एक्शन मूड में आई परिवहन विभाग
टाइम्स ऑफ इंडिया के एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद अगस्त महीने में इस अभियान को रोक दिया गया. उस वक्त कोर्ट ने कहा था कि पुराने वाहनों को पहचानने को लेकर एक नीति बनाने की जरूरत है. फरवरी में दिल्ली सरकार ने नीति विकसित की जिसने अधिकारियों को अनुमति दी कि वो एंड-ऑफ-लाइफ व्हीकल्स (ईएलवी) के खिलाफ अपने प्रयास फिर से शुरू कर सकते हैं. शुक्रवार यानी 12 अक्टूबर को परिवहन विभाग पूरी तरह से एक्शन मूड में दिखाई दी. विभाग ने चार पहिया, दोपहिया और ई-रिक्शा सहित 213 वाहनों को जब्त कर लिया है. इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी जिसमें वैसे वाहनों के प्रवेश को रोकने को लेकर फैसला लिया गया जिससे शहर में प्रदूषण बढ़ता है.
पकड़े जाने पर कितना लगेगा जुर्माना
दिल्ली सरकार के जारी नए निर्देशों के मुताबिक पुरानी गाड़ियों पर लगने वाले जुर्माने की राशि को निर्धारित किया गया है. चार पहिया वाहनों पर 10,000 रुपये वहीं दोपहिया वाहनों पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगेगा. जारी हुए निर्देशों में सलाह दी गई है कि पुरानी हो चुकी गाड़ियों को सार्वजनिक रूप से सड़क पर चलाने से बचना होगा नहीं तो गाड़ी के मालिक को तय जुर्माने का भुगतान करना पड़ सकता है.
कैसे होगी पुरानी गाड़ियों की पहचान
इसके लिए सरकार के पास बेहतरीन प्लान है. केंद्र सरकार ने कहा है कि पुरानी गाड़ियों को पहचानने के लिए जल्द ही एक ‘ई-डिटेक्शन’ सिस्टम को लॉन्च किया जाएगा. उस सिस्टम से पुरानी डीजल और पेट्रोल गाड़ियां जिनकी उम्र क्रमश: 10 साल 15 साल है, उनका पता लगाया जा सकेगा. टाइम्स ऑफ इंडिया के 12 अक्टूबर के एक रिपोर्ट के मुताबिक दिवाली तक इस ई-डिटेक्शन सिस्टम की शुरुआत हो जाएगी. इससे परिवहन विभाग को काफी मदद मिलेगी. बता दें कि इस नए सिस्टम की मदद से पहचाने गए किसी भी पुराने वाहन का ई-चालान जनरेट हो जाएगा.