पटना समेत इन 9 शहरों में शुरू हुई ‘डिजियात्रा’ की सुविधा, एयरपोर्ट पर नहीं लगेगा अधिक समय

'डिजियात्रा' की सुविधा 9 और एयरपोर्ट पर इंस्टॉल कर दिया गया है. इसमें बिहार की राजधानी पटना, झारखंड की राजधानी रांची, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, और मध्य प्रदेश के इंदौर समेत देश के नौ और एयरपोर्ट शामिल हैं.

पटना समेत इन 9 शहरों में शुरू हुई 'डिजियात्रा' Image Credit: GettyImages

एयरपोर्ट पर ‘डिजियात्रा’ की सुविधा को लगातार बढ़ाया जा रहा है. इसी कड़ी में 9 और एयरपोर्ट पर ‘डिजियात्रा’ को इंस्टॉल कर दिया गया है. इसमें बिहार की राजधानी पटना, झारखंड की राजधानी रांची, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, और मध्य प्रदेश के इंदौर समेत देश के नौ और एयरपोर्ट शामिल हैं. डिजियात्रा सुविधा का उद्देश्य फेशियल बायोमेट्रिक के आधार पर यात्रियों को बिना किसी फिजिकल संपर्क के सेवा प्रदान करना है. शुक्रवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने नौ एएआई हवाई अड्डों पर औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन किया. साथ ही, विशाखापत्तनम हवाई अड्डे के लिए भी इस सुविधा का उद्घाटन एक कार्यक्रम में किया गया.

डिजियात्रा के लॉन्च कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने बताया कि कैसे डिजियात्रा हवाई अड्डे पर भीड़-भाड़ से निपटने के दौरान कई दस्तावेज, बोर्डिंग पास, आईडी प्रूफ और लगेज टैग को संभालने के बोझिल काम को आसान बनाती है. एक यात्री के लिए हवाई अड्डे में प्रवेश का समय मैन्युअल प्रक्रिया में औसतन 15 सेकंड से घटकर 5 सेकंड रह गया है. 55 लाख से अधिक उपयोगकर्ता पहले ही ऐप डाउनलोड कर चुके हैं, और 3 करोड़ से अधिक यात्रियों ने यात्रा करने के लिए डिजियात्रा का उपयोग किया है.

डिजियात्रा की कुल संख्या चौबीस हो गई

1 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरु पर पहली डिजियात्रा सुविधा के शुभारंभ के बाद से डिजियात्रा-सक्षम हवाई अड्डों की कुल संख्या चौबीस हो गई है, जिसमें आज के नौ हवाई अड्डे शामिल हैं. इसकी शुरूआत कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी, जब शारीरिक संपर्क को कम करने की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गई थी. इस प्रणाली ने हवाईअड्डों पर रोजाना हजारों शीट कागज बचाने में मदद की है.

कैसे करें इस्तेमाल?

डिजियात्रा का इस्तेमाल करना बिल्कुल आसान है. आपको डिजियात्रा ऐप को डाउनलोड करना पड़ेगा. इसके बाद, अपने मोबाइल फोन में इसे इंस्टॉल करना होगा और आधार के जरिए वैरिफिकेशन करना होगा. एयरपोर्ट के ई-गेट पर यात्री को पहले बार-कोड वाला बोर्डिंग पास स्कैन करना होगा. वहां लगी ‘फेशियल रिकग्निशन’ सिस्टम यात्री की पहचान और यात्रा के कागजात का वैरिफिकेशन करती है. इसके बाद यात्री एयरपोर्ट में आसानी से प्रवेश ले सकते हैं.

कई मंत्री रहे मौजूद

डिजियात्रा यात्रियों को उनकी पहचान और यात्रा विवरण को सत्यापित करने के लिए चेहरे की विशेषताओं का उपयोग करके कागज रहित और संपर्क रहित माध्यम से हवाई अड्डों पर विभिन्न चेकपॉइंट्स से गुजरने में मदद करता है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल और केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव श्री वुमलुनमंग वुलनाम भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए.