दिवाली और छठ में ट्रेन टिकट को लेकर नहीं होगी मारामारी, रेलवे ने किया ये वादा!

त्योहारों के समय अक्सर यात्रियों को काफी भीड़ का सामना करना पड़ता है. दिवाली और छठ के दौरान तो लोगों को ट्रेन में यात्रा करने में और भी दिक्कत होती है. यात्रियों की सहूलियत के लिए सरकार ने काफी अहम घोषणा की है.

त्योहारों में नहीं होगी अब टिकट की दिक्कत Image Credit: Imtiyaz Khan/Anadolu Agency via Getty Images

दिवाली और छठ, मुख्य रूप से उत्तर भारत में इन त्योहारों को बड़े स्तर पर मनाया जाता है. लोग हर साल अक्टूबर-नवंबर के दौरान इन त्योहारों में शामिल होने के लिए अपने-अपने घर जाते हैं. लेकिन ट्रेन में भीड़ का मंजर हर साल मुश्किल भरा होता है. लोगों की ट्रेन टिकट कंफर्म नहीं होती है. कंफर्म हो भी गई तो भीड़ के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी परेशानी को ठीक करने के लिए रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने 27 सितंबर को देशभर में चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे जोड़ने की घोषणा की है.

जोड़े जाएंगे 12,500 नए डिब्बे

रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि छठ, दिवाली और दुर्गा पूजा के दौरान यात्रियों की सहूलियत के लिए भारतीय रेल ने 108 ट्रेनों में जनरल डिब्बों को जोड़ा है. इसके अलावा, छठ और दिवाली को ध्यान में रखकर मंत्रालय ने 12,500 अतिरिक्त डिब्बों को जोड़ने की भी मंजूरी दे दी है. वैष्णव ने कहा कि सरकार ने पहले ही 5,975 ट्रेनों की अधिसूचना जारी कर दी है. ये ट्रेन वर्ष 2024-25 के दौरान 1 करोड़ से ज्यादा यात्रियों के सहूलियत के लिए चलाई जा रही हैं.

सरकार ने पहले भी चलाई है स्पेशल ट्रेनें

बता दें कि सरकार ने इससे पहले भी 10 दिवसीय गणेश पूजा के नाम पर 342 स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की थी. इन ट्रेनों की मदद से मुंबई और कोंकण के लोगों को अपने घर जाने में काफी सहूलियत मिली थी. वहीं जगन्नाथ रथ यात्रियों को लेकर भी सरकार ने जुलाई महीने में 300 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनों को संचालित किया था. 

एक्शन मूड में रेलवे

आपको बता दें कि रेल मंत्री वैष्णव वर्तमान में रेलवे की बेहतरी को लेकर काफी एक्टिव हैं. उन्होंने 24 सितंबर को राजस्थान में कवच 4.0 की निरिक्षण किया था. उन्होंने कहा था कि कवच 4.0 की शुरूआत भारत में पहली बार सवाई माधोपुर से हुई है. आगामी सालों में रेलवे 10 हजार से ज्यादा इंजनों में कवच की सुविधा जोड़ेगा वहीं तकरीबन 9 हजार किमी का अतिरिक्त कवच का काम भी किया जाएगा.