सावधान! ये कॉल्स असली नहीं, जानिए कैसे बचेंगे आप!
दूरसंचार विभाग ने फर्जी इंटरनेशनल कॉल्स को रोकने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की है. इससे ग्राहकों को उन कॉल्स से बचाया जाएगा, जो विदेश से की जाती हैं, लेकिन भारतीय नंबर की तरह दिखती हैं.
दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSPs) के सहयोग से एक एडवांस्ड सिस्टम शुरू किया है. यह सिस्टम भारतीय ग्राहकों को अंतर्राष्ट्रीय धोखाधड़ी वाली कॉल्स से बचाएगी. इस प्रणाली के जरिए किसी भी अंतर्राष्ट्रीय कॉल को भारतीय मोबाइल नंबर की तरह दिखाने से पहले ही ब्लॉक कर दिया जाएगा. इस बात की जानकारी शुक्रवार को विभाग के अधिकारियों ने साझा की.
दो चरणों में लागू हो रही है व्यवस्था
दूरसंचार विभाग ने इस प्रणाली को दो चरणों में लागू करने का फैसला किया है. पहले चरण में टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSPs) को उन कॉल्स को रोकने की जिम्मेदारी दी गई है जो उनके खुद के ग्राहकों के नंबर का उपयोग कर फर्जी कॉल्स कर रहे हैं. वहीं, दूसरे चरण में एक केंद्रीय व्यवस्था के तहत अन्य सर्विस प्रोवाइडर के नंबरों से आने वाली धोखाधड़ी वाली कॉल्स को रोका जाएगा.
अधिकारियों के अनुसार, अपराधी वास्तविक कॉल की जानकारी छुपाने के लिए कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी (CLI) का दुरुपयोग कर रहे हैं. इस कारण मोबाइल नंबर बंद करने की धमकी, फर्जी गिरफ्तारी के आदेश और सरकारी अधिकारियों या कानून प्रवर्तन एजेंसियों के नाम से भी कई कॉल्स की जा रही हैं.
रोकी जा चुकी है फर्जी कॉल्स
विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बतायाय कि “हाल के समय में लोगों को बड़ी संख्या में धोखाधड़ी वाली कॉल्स मिल रहे हैं. यह नंबर देखने में इंडियन लगते हैं लेकिन असल में ये कॉल्स विदेशों से की जाती हैं और अपराधी इन कॉल्स की पहचान छुपाने के लिए CLI का दुरुपयोग करते हैं.”
अधिकारी ने आगे कहा कि वर्तमान में सभी चार प्रमुख टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर ने इस प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू कर लिया है. अब तक कुल 4.5 मिलियन फर्जी कॉल्स में से एक तिहाई को भारतीय नेटवर्क में प्रवेश करने से रोका गया है. दूसरे चरण में केंद्रीय व्यवस्था लागू होने के बाद बाकी सभी फर्जी कॉल्स को भी रोक दिया जाएगा.
नए तरीके अपना रहे हैं धोखेबाज
अधिकारी ने यह भी बताया कि अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपनाकर जनता को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन DoT इन धोखाधड़ी भरे प्रयासों की समय-समय पर जानकारी मिलने के बाद आवश्यक कदम उठा रहा है. हालांकि, इन पुख्ता इंतजामों के बावजूद कुछ मामलों में अपराधी सफल हो जाते हैं. अधिकारी ने मोबाइल फोन यूजर्स से अपील करते हुए कहा कि “आप किसी भी संदिग्ध कॉल की जानकारी तुरंत DoT को दें. इससे न केवल धोखाधड़ी की पहचान में मदद मिलेगी बल्कि संभावित खतरों को भी रोका जा सकेगा.”
संदिग्ध कॉल्स की शिकायत कैसे करें?
संदिग्ध कॉल्स, एसएमएस या व्हाट्सएप संदेश की शिकायत ‘संचार साथी’ प्लेटफॉर्म (https://sancharsaathi.gov.in/) पर ‘चक्षु’ सुविधा के माध्यम से की जा सकती है. इसके लिए नागरिकों को संबंधित जानकारी, स्क्रीनशॉट, संदेश प्राप्त करने का माध्यम, धोखाधड़ी की श्रेणी और संचार प्राप्त करने की तारीख और समय जैसी जानकारियां देनी होंगी. शिकायत करने पर एक ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन भी किया जाएगा.