मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED का एक्शन, क्वालिटी के पूर्व प्रमोटर्स की 442 करोड़ की प्रापटी को किया जब्त

ED ने बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रमोटर्स की दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में 442 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कीं. आरोप है कि उन्होंने डमी कंपनियों के जरिए फर्जी लेनदेन कर बैंकों से धन प्राप्त किया और उसे विभिन्न खातों में डायवर्ट किया.

यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई. Image Credit:

ED RAID: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कार्रवाई करते हुए डेयरी कंपनी क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रमोटर्स के दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में 442.85 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त कर लिया. यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई.

कहां हुई कार्रवाई

ईडी ने बताया कि पीएमएलए के तहत इन कार्रवाई में 12,000 वर्ग फुट के फार्महाउस (DLF छतरपुर), वसंत विहार और पंजाबी बाग (दिल्ली) में रिहायशी संपत्तियों और करनाल (हरियाणा) व मोहाली (पंजाब) में कुछ प्लॉट्स को अस्थायी रूप से जब्त करने का आदेश जारी किया गया है.

क्या हैं आरोप

क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रमोटर्स सिद्धांत गुप्ता और संजय ढींगरा पर आरोप है कि इन्होंने डमी कंपनियां बनाकर बैंकों से धोखाधड़ी की. इन डमी कंपनियों में उनके ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड डायरेक्टर थे. इन लोगों ने बैंक स्टेटमेंट में फर्जी ट्रांजेक्शन दिखाए. इस मामले में ईडी ने 2020 में जांच शुरू की थी.

पैसों को डायवर्ट किया

ईडी ने आरोप लगाया कि बिना किसी वस्तु की वास्तविक डिलीवरी या प्राप्ति के भारी मात्रा में व्यापार (खरीद/बिक्री) किया गया. यह भी पाया गया कि नकली कंपनियां/फर्में, जो झूठे मालिकों के माध्यम से संचालित थीं, बैंक के धन को इधर-उधर करने के लिए उपयोग की गईं. धन को इस तरीके से घुमाया और छुपाया गया ताकि उनके सोर्स को छिपाया जा सके और उन्हें प्रमोटरों के निर्देशानुसार विभिन्न खातों में भेजा गया.

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2024 में भी हुई थी रेड

ईडी ने इस मामले में नवंबर 2024 में दिल्ली-एनसीआर के 15 स्थानों पर छापेमारी की थी. यह कार्रवाई पूर्व प्रमोटर्स और उनकी “शेल” (कागजी) कंपनियों के खिलाफ थी. इस रेड के बाद यह बात सामने आई थी कि क्वालिटी के पूर्व प्रमोटर्स ने कई डमी कंपनियां बना रखी थीं.