Explained: कितने तरह का होता है कोहरा, कौन है सबसे अधिक खतरनाक?

सर्दियों में आपको हर जगह कोहरे का सामना करना पड़ता होगा. भारतीय रेलवे अपनी सैकड़ों ट्रेन को या तो कैंसल कर देती है या डायवर्ट कर देती है. हम जानेंगे कि कोहरा कितने प्रकार का होता है और कौन सा कोहरा सबसे अधिक खतरनाक होता है, जिसके चलते फ्लाइट्स और ट्रेन कैंसिल कर दिए जाते हैं.

कितने तरह का होता है कोहरा Image Credit: Money 9

ठंड ने पूरे उत्तर भारत में दस्तक दे दी है. इसी के साथ आपको हर जगह कोहरे का भी सामना करना होता होगा. भारतीय रेलवे अपनी सैकड़ों ट्रेन को या तो कैसंल कर देती है या डायवर्ट कर देती है. आपने कई फ्लाइट्स को भी कैसंल होते सुना होगा, लेकिन आपने कभी सोचा है कि इन फ्लाइट्स और ट्रेन के कैंसिल करने का क्या पैमाना होता है. हम जानेंगे कि कोहरे कितने प्रकार का होता है और कौन सा कोहरा सबसे अधिक खतरनाक होता है, जिसके चलते फ्लाइट्स और ट्रेन कैंसिल होता है.

कोहरा क्या होता है?

कोहरा एक प्रकार का वायुमंडलीय घटना है, जिसमें जमीन के पास की हवा ठंडी और अधिक नमी हो जाती है. जिससे दृश्यता कम हो जाती है. इस घटना को आमतौर पर सर्दियों के मौसम में देखा जाता है. जमीन की सतह ठंडी होने और आसपास की हवा में Humidity होने पर कोहरा दिखना शुरू हो जाता है.

कोहरा और स्मॉग में फर्क

स्मॉग और कोहरा में शब्द का इस्तेमाल 20वीं सदी की शुरुआत से हो रहा है. स्मॉग अंग्रेजी के दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला ‘स्मोक’ और दूसरा ‘फॉग’. जब ठंडी हवा, धुएं और प्रदूषण के मिल जाती है. ऐसी स्थिति में धुएंदार स्मॉग बनता है. ये प्रदूषित गर्म हवा ऊपर उठने की कोशिश करती है. ऐसा न हो पाने की स्थिति में ये धुएंदार प्रदूषित गरम हवा वातावरण की गर्म और ठंडी परतों के बीच अटक जाती है. इसी के चलते स्मॉग बनता है. इसलिए गर्मियों के मुकाबले ठंड के मौसम में स्मॉग अधिक बनता है.

इतने तरह के फॉग होते है

कोहरा 6 तरीके के होते है. इनके नाम संवहन कोहरा (Advection fog), विकिरण कोहरा (Radiation fog), अपस्लोप फॉग (Upslope fog), स्टीम फॉग (Steam fog), ललाट कोहरा (Frontal fog), बर्फ का कोहरा (Ice fog) है. आईए इनके बारे में एक-एक करके विस्तार से जानते है.

संवहन कोहरा एक प्रकार का कोहरा है, जो नम हवा के ठंडी सतह पर चलने से बनता है. जब नम हवा ठंडी सतह पर चलती है, तो हवा का तापमान कम हो जाता है. यह अपने ओस तापमान से नीचे ठंडा हो जाता है. इससे कोहरा बनता है जो पानी और जमीन दोनों पर हो सकता है. यह कोहरा आमतौर पर समुद्र तटों और नदियों के किनारे देखा जाता है.

विकिरण कोहरा एक प्रकार का कोहरा है, जो जमीन के ठंडा होने के कारण बनता है. यह तब होता है जब रात में तापमान कम होता है और जमीन से लंबी-तरंग विकिरण उत्सर्जित होता है. इससे जमीन ठंडी हो जाती है और आसपास की हवा भी ठंडी हो जाती है. जब हवा अपने ओस बिंदु तक ठंडी हो जाती है, तो नमी हवा में वाष्पित हो जाती है और विकिरण कोहरे का निर्माण होता है.

अपस्लोप फॉग एक प्रकार का कोहरा है, जो तब बनता है जब हवा ढलान वाले इलाके से गुजरती है. इससे हवा ठंडी हो जाती है और ओस बिंदु तक पहुंच जाती है, जिससे कोहरा बनता है. यह कोहरा आमतौर पर घाटियों में नीचे की ओर बनता है. अपस्लोप फॉग को देखने के तरीके से यह स्ट्रेटस क्लाउड या फॉग के रूप में दिखाई दे सकता है.

स्टीम फॉग तब बनता है, जब जल वाष्प को ठंडी हवा में मिलाया जाता है. यह कोहरा आमतौर पर पानी की सतह से निकलने वाली भाप के झोंकों के रूप में दिखाई देता है. स्टीम फॉग शरद ऋतु और शुरुआती सर्दियों के दौरान झीलों और नदियों के पास मध्य अक्षांशों में सबसे आम है.

ललाट कोहरा ललाट क्षेत्रों और ललाट मार्गों से जुड़ा होता है. इसे तीन प्रकारों में बाटा गया है. यह आमतौर पर बारिश के कारण ठंडी स्थिर हवा में गिरने से होता है, जिससे ओस बिंदु बढ़ जाता है. यह कोहरा कई स्थितियों में हो सकता है.

बर्फ का कोहरा एक प्रकार का कोहरा है जो बर्फ के क्रिस्टल से बनता है. इसमें पानी की बूंदों का कोई रोल नहीं होता है. यह बेहद ठंडी आर्कटिक हवा में बनता है, जिसका तापमान -29 डिग्री सेल्सियस (-20 डिग्री फारेनहाइट) या उससे भी कम होता है. बर्फ का कोहरा आमतौर पर मानव आवास के पास पाया जाता है, जहां हाइड्रोकार्बन ईंधन के जलने से हवा में जलवाष्प जुड़ जाता है.

इनमें से विकिरण कोहरा और ललाट कोहरा सबसे अधिक खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि ये दोनों प्रकार के कोहरे अचानक और तेजी से गहरे हो सकते हैं, जिससे विमान और ट्रेन दुर्घटनाएं हो सकती हैं.