विदेशी मुद्रा भंडार में आई 6.4 अरब डॉलर की कमी, लगातार 6 हफ्ते से घट रहा है फॉरेक्‍स रिजर्व

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले 6 सप्ताह से लगातार गिरावट जारी है. रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 8 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व में 6.4 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट आई है. 6 सप्ताह के भीतर विदेशी मुद्रा भंडार 29 अरब डॉलर घट चुका है.

विदेशी मुद्रा भंडार घटने के पीछे डॉलर की मजबूती को सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है. Image Credit: Dimitri Otis/Stone/Getty Images

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) में 6 सप्ताह से लगातार गिरावट आ रही है. शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने फॉरेक्स रिजर्व के ताजा आंकड़े जारी किए. इन आंकड़ों के मुताबिक 8 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 6.4 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट आई है. अब यह घटकर 675.65 अरब डॉलर रह गया है.

27 सितंबर को फॉरेक्स रिजर्व 705 अरब डॉलर के सर्वोच्च स्तर पर रहा. इसके बाद से लगातार इसमें गिरावट आ रही है. शीर्ष स्तर से 6 सप्ताह में अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 29.35 अरब डॉलर की कमी आ चुकी है. पिछले सप्ताह यानी 1 नवंबर को भी विदेशी मुद्रा भंडार में 2.67 अरब डॉलर की कमी आई थी. पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 682.13 अरब डॉलर रहा था.

गिरावट के बाद भी चौथ सबसे बड़ा भंडार

रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 8 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार की विदेशी मुद्रा संपत्तियों (FCA) के मूल्य में भारी कमी आई है. इस दौरान देश के गोल्ड रिजर्व में भी कमी आई है. लगातार 6 सप्ताह की गिरावट के बाद भी भारत के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है.

अकेले एफसीए में 4 अरब डॉलर की गिरावट

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 8 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 6.47 अरब डॉलर घटकर 675.63 अरब डॉलर रहा. इस दौरान एफसीए में 4.46 अरब डॉलर की कमी आई. यह अब घटकर 585.38 अरब डॉलर रह गया है.

गोल्ड रिजर्व भी गिरा

पिछले कुछ सप्ताह से जहां कुल फॉरेक्स रिजर्व में कमी आ रही थी, वहीं गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी हो रही थी. लेकिन, पिछले दिनों गोल्ड रेट में आई भारी गिरावट के चलते गोल्ड रिजर्व में भी 1.93 अरब डॉलर की कमी आई है. यह अब घटकर 67.81 अरब डॉलर हो गया है.

एसडीआर और आईएमएफ रिजर्व भी घटे

इसके अलावा एसडीआर में इस दौरान 6 करोड़ डॉलर की गिरावट आई, जो अब घटकर 18.15 अरब डॉलर हो गया है. आईएमएफ रिजर्व में 1.4 करोड़ डॉलर की कमी आई है. यह अब घटकर 4.2 अरब डॉलर हो गया है.

गिरावट के पीछे कौन

डॉलर के लगातार मजबूत होने से तमाम मुद्राएं इसकी तुलना में कमजोर हो रही हैं. फॉरेक्स रिजर्व में एफसीए के तौर पर यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-डॉलर मुद्राएं होती हैं. अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से इन मुद्राओं के मूल्य में कमजोरी आ रही है, इसकी वजह से विदेशी मुद्रा का आउटफ्लो भारत के फॉरेक्स रिवर्ज में तेजी से कमी आ रही है.