पूर्व पीएम मनमोहन सिंह AIIMS के इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती, हालत नाजुक; राहुल गांधी ने रद्द की रैली
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को गुरुवार 26 दिसंबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुवार शाम दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया. फिलहाल उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक मनमोहन सिंह की 26 दिसंबर को तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद शाम के वक्त उन्हें दिल्ली के एम्स में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी जांच कर रही है. मनमोहन सिंह जो दो बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. वे लंबे समय से उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने रद्द की रैली
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बेलगाव की रैली को रद्द कर दिया है और दिल्ली लौट रहे हैं. वहीं, प्रियंका गांधी दिल्ली एम्स पहुंच गई हैं. हालांकि, कांग्रेस की तरफ से अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है. फिलहाल, दिल्ली एम्स के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
नेटवर्क18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक र्पूव प्रधानमंत्री के कार्यालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक डॉ. सिंह को गुरुवार शाम को सांस लेने में गंभीर समस्या होने पर एम्स में भर्ती कराया गया. फिलहाल, एम्स में उन्हें आईसीयू में रखा गया है. आधिकारिक रूप से एम्स की तरफ से इसके संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है. इसके अलावा उनके परिवार की तरफ से भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे
मनमोहन सिंह पिछले कई वर्षों से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे हैं. चलने-फिरने में होने वाली दिक्कतों की वजह से इसी साल उन्होंने राज्यसभा के लिए फिर से चुने जाने से इन्कार कर दिया. 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे.
देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान
1991 में जब देश के सामने गंभीर आर्थिक संकट आया था, तो वित्त मंत्री के रूप में मनमोहन सिंह ने उस संकट से निपटने में अहम भूमिका निभाई. देश के आर्थिक उदारीकरण में मनमोहन सिंह की महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका रही.
सहा बंटवारे का दंश
26 सितंबर, 1932 को जन्मे मनमोहन सिंह ने बंटवारे का दंश भी सहा है. वे मौजूदा पाकिस्तान के पंजाब स्थित एक गांव में पैदा हुए. 1947 में विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आया. मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डी. फिल. की उपाधि ली.