भारतीय नोट पर गांधी की तस्वीर, आखिर फोटो है या कुछ और
यूं तो महात्मा गांधी के कई फोटो क्लिक किए गए. इन सब में से एक फोटो, जिनसे हमारा आपका हर रोज वास्ता होता है वो है भारतीय मुद्रा पर छपी तस्वीर. आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि नोटों पर छपी गांधीजी की तस्वीर कोई कैरिकेचर नहीं है.
भारतीय करेंसी का अपना ही इतिहास रहा है. बदलते समय के साथ इस करेंसी ने कई छोटे-बड़े बदलाव देखे है. कभी नोट का साईज तो कभी इसका कलर, कभी डिमोनिटाइजेशन. कुल मिलाकर अनगिनत बदलाव हुए. ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल अकसर आता होगा की आखिर भारतीय करेंसी पर गांधी जी की फोटो कब लगी? वो कौन सी तारीख थी जब महात्मा गांधी की इस तस्वीर को भारतीय बैंक नोटों के लिए चुना गया? क्या गांधी जी की छपी यह तस्वीर असली या कोई कैरिकेचर. सब कुछ जानेंगे आज के हमारे इस आर्टिकल में…
कहां से ली गई फोटो
यूं तो महात्मा गांधी की कई फोटो क्लिक कि गई. इन सब में से एक फोटो, जिनसे हमारा आपका हर रोज वास्ता होता है वो है भारतीय मुद्रा पर छपी तस्वीर. आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि नोटों पर छपी गांधीजी की तस्वीर कोई कैरिकेचर नहीं है. दरअसल, यह तस्वीर साल 1946 में ली गई थी. मजे की बात यह है कि फोटो सिंगल भी नहीं थी. मतलब यह एक तस्वीर से काटा गया है. गांधीजी, ब्रिटिश राजनीतिज्ञ लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक-लॉरेंस के साथ खड़े थे. इसी दौरान यह फोटो क्लिक की गई थी.
आखिर इस तस्वीर को ही क्यों चुना गया?
इस तस्वीर चुनने के पीछे कई तर्क दिए जाते है. इसमें से एक तर्क यह है कि इस फोटो में गांधीजी की मुस्कुराती हुई तस्वीर आ रही थी. हालांकि उस तस्वीर के फोटोग्राफर के बारे कोई जानकारी सामने नहीं आई है. साल 1969 में इंडियन करेंसी पर गांधीजी की फोटो पहली बार दिखाई दिए. इस नोट पर उस समय के तत्कालीन RBI के गवर्नर LK झा के हस्ताक्षर थे. उस वक्त इसमें गांधीजी को सेवाग्राम आश्रम में दिखाया गया था. इसके बाद साल 1987 में गांधीजी की तस्वीर 500 रुपये के नोटों पर जारी की.
गांधीजी के अलावा इन तस्वीरों को भी मिली जगह
गणत्रंत राज्य होने के बाद पहली बार देश में 2, 5, 10 और 100 रुपये के नोट जारी किए गए. उन सभी पर शेर का वॉटरमार्क था. उसके बाद बाघ और सांभर, हिरण जैसे जीवों को भी जगह दी गई. उसके बाद 1970 के दशक में खेती और चाय की पत्तियों को भी जगह दी गई. देश में 1980 के दशक में वैज्ञानिक और तकनीकी देखने मिला. इसके परिणाम स्वरूप आर्यभट्ट उपग्रह 2 रुपये के नोट पर, 5 रुपये के नोट पर कृषि मशीनीकरण और 20 रुपये के नोट पर कोणार्क चक्र को जगह दिया गया.
परमानेंट हुई गांधीजी की तस्वीर
1990 के दशक तक, RBI ने महसूस किया कि सुरक्षा के लिहाज से मानव चेहरे को किसी तुलना निर्जीव वस्तुओं को चुनना आसान होगा. जिसके बाद 1996 में RBI ने अशोक स्तंभ वाले बैंक नोटों को ‘महात्मा गांधी सीरीज’ से बदल दिया गया.